नगर पालिका के टैक्स के मैसेज ने उड़ाई लोगों की नींद, नगर पालिका में काट रहे चक्कर

इस्माईलाबाद : मोबाइल पर लाखों के नगरपालिका टैक्स के मैसेज आते ही लोगों में हड़कंप मच गया। मैसेज को लेकर अधिकारियों में भी दिनभर बेचैनी का आलम रहा। लोगों में इस कद्र अफरा तफरी मची की काफी जगहों पर जमकर गहमा गहमी हुई। ग्रामीणों ने यहां तक ऐलान कर दिया कि अब नगर पालिका टूटनी ही चाहिए।

हुआ यूं कि वीरवार रात को मैसेज आने की प्रक्रिया आरंभ हुई। पहले तो किसी को समझ नहीं आया कि आखिर यह कैसे मैसेज हैं। इनमें टैक्स 50 हजार से दो लाख तक अंकित था। मैसेज में अंकित साइट पर सर्च किया गया तो पता चला कि यह नगर पालिका की ओर से जारी मैसेज है। इसे लेकर लोग शुक्रवार को नगर पालिका कार्यालय में पहुंचे। अधिकारियों को भी काफी देर समझ नहीं आया कि आखिर ऐसे मैसेज कैसे आ गए हैं।

संत नगर, विकास नगर, नारायणगढ़ नगर, पुराना बाजार, हाई स्कूल रोड़ और गुगा माड़ी रोड पर जगह जगह हंगामा हुआ। बलकार सैनी, सोहन लाल, राम कुमार, राजेश कुमार और दिनेश कुमार ने बताया कि नगर पालिका ने बार बार कागजों में उलझाया हुआ है। पहले ही सरकार कई प्रकार के कार्डों में पसीना निकलवा चुकी है। अब ऐसे बेतुके मैसेज से मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है। अधिकांश दुकानदारों ने यहां तक कहा कि अब नगर पालिका टूटनी ही चाहिए।

दुकानदारों का कहना है कि नगर पालिका आए दिन विभिन्न प्रकार के टैक्स सामने रख देती है। एनओसी लेने के लिए 10 से 15 दिन का समय लग जाता है। मैसेज मामले को लेकर दिन भर बवाल मचता रहा। शाम को पता चला कि एनओसी जारी करने के समय डेवलपमेंट चार्ज लगाया जाता है। वह मैसेज में जुड़कर आ गया है, जबकि सामान्य टैक्स बेहद कम है। इसके बाद ही लोग शांत हो पाए। नगर पालिका सचिव अंकुश पराशर ने कहा कि लोग किसी प्रकार से परेशान ना हों। इस तकनीकी खामी को ठीक कराया जाएगा।

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