हरियाणा में अचानक बढ़ा कोरोना मरीजों का ग्राफ, सबसे ज्यादा एक्टिव केस इस जिले में

चंडीगढ : त्योहारी मौसम में अचानक कोरोना मरीजों (corona patients) का ग्राफ बढ़ने लगा है। नवरात्र (navratre) के समाप्त होते ही नए संक्रमितों के मिलने की दर में उछाल आया है। सार्वजनिक स्थलों (public places) पर बढ़ती भीड़ और महामारी से बचाव के प्रति लोगों की बढ़ती लापरवाही को लेकर चिंतित प्रदेश सरकार (state government) ने उपायुक्तों को सख्ती बरतने के निर्देश दिए हैं। स्थानीय निकायों और पुलिस अधिकारियों (police officers) को टीमें बनाकर औचक निरीक्षण कर लापरवाह लोगों के चालान काटने को कहा गया है।

हरियाणा में इन दिनों डेंगू का प्रकोप है। अस्पतालों में लगातार डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ रही है जिससे स्वास्थ्य विभाग (health department) को दोहरे मोर्चे पर जूझना पड़ रहा है। ऐसे में कोरोना मरीजों का फिर से बढ़ता ग्राफ मुश्किलें खड़ी कर सकता है। खासकर गुरुग्राम (gurugram) में लगातार कोरोना के ज्यादा नए केस आ रहे हैं। महामारी की पहली और दूसरी लहर में गुरुग्राम में ही सर्वाधिक मरीज मिले थे। इसके चलते स्वास्थ्य विभाग कोई जोखिम उठाना नहीं चाहता। मुख्यमंत्री मनोहर लाल (manohar lal) खुद लगातार समीक्षा बैठकें ले रहे हैं।

इसके अलावा गृह और स्वास्थ्य सचिव राजीव अरोड़ा (rajiv arora) लगातार फील्ड में जाकर उपायुक्तों और सिविल सर्जनों (civil surgeon) के साथ विभिन्न जिलों में इंतजामों की समीक्षा कर रहे हैं। मौजूदा समय में गुरुग्राम में सर्वाधिक एक्टिव केस (active cases) हैं, जबकि सोनीपत, पानीपत, भिवानी, महेंद्रगढ़, झज्जर, फतेहाबाद, चरखी दादरी में कोई भी मरीज नहीं है।

फरीदाबाद, पंचकूला और यमुनानगर में सात-सात, रोहतक में छह, अंबाला में पांच, कैथल और जींद में तीन-तीन, करनाल व कुरुक्षेत्र में दो-दो तथा हिसार, सिरसा, रेवाड़ी व नूंह में एक-एक एक्टिव केस हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर के तीन महीने शांति से गुजर जाएं तो कोरोना की तीसरी लहर (corona third wave) का खतरा काफी हद तक खत्म हो जाएगा।

85 फीसद लोगों ने पहली तो 36 फीसद ने ली दोनों डोज

कोरोना से बचाव के लिए 85 फीसद लोगों ने पहली डोज ले ली है तो 36 फीसद ने दोनों टीके लगवाए हैं। स्वास्थ्य विभाग की कोशिश है कि दीपावली तक 98 फीसद लोगों को पहली डोज लगा दी जाए। दूसरी डोज के पात्र सभी लोगों को टीके लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। नूंह और पलवल के हथीन ब्लाक को छोड़ दिया जाए तो बाकी सभी स्थानों पर टीकाकरण का काम संतोषजनक है। गुरुग्राम, फरीदाबाद और पंचकूला में 100 फीसद से ज्यादा वैक्सीनेशन हो चुका है। इसके अलावा 18 साल से कम उम्र के बच्चों के टीकाकरण के लिए केंद्र सरकार के निर्देशों का इंतजार है। गाइडलाइन आते ही बच्चों के टीकाकरण का काम शुरू होगा।

पिछले एक सप्ताह में मिले कोरोना केस

दिन               नए केस   एक्टिव केस

15 अक्टूबर     14           93

14 अक्टूबर     16           94

13 अक्टूबर     10           90

12 अक्टूबर      9           90

11 अक्टूबर      7           92

10 अक्टूबर     9           100

9 अक्टूबर       9           108

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