पंचकूला : सीबीआई की विशेष अदालत में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम के खिलाफ चल रहे रणजीत सिंह हत्याकांड में जल्द फैसला आ सकता है। 19 साल पुराने इस मामले में गुरुवार को बचाव पक्ष की अंतिम बहस पूरी हो गई। सीबीआई जज डॉ. सुशील कुमार गर्ग के कोर्ट में करीब ढाई घंटे बहस चली। अब मामले की अगली सुनवाई 18 अगस्त को होगी। इसमें अभियोग पक्ष (प्रॉसिक्यूशन) को अपना पक्ष रखना होगा।

इसके बाद अदालत फैसला सुना सकती है। राम रहीम पहले ही दो मामलों में रोहतक जेल में सजा काट रहा है। राम रहीम को इससे पहले सीबीआई जज रहे जगदीप सिंह ने सजा सुनाई थी। जगदीप का इसी साल ट्रांसफर हो गया था। उनकी जगह चंडीगढ़ में सीबीआई जज रहे डॉ. सुशील गर्ग को नियुक्त किया गया है।
डेरे के मैनेजर की हत्या में आरोपी
2002 में डेरे के मैनेजर रणजीत सिंह की हत्या हुई थी। इसमें राम रहीम के अलावा कृष्ण लाल, जसबीर, अवतार और सब्दिल आरोपी हैं। इन सभी के खिलाफ सीबीआई ने 2003 में केस दर्ज किया था। 2007 में कोर्ट ने चार्ज फ्रेम किए थे। गुरमीत राम रहीम को साध्वियों से यौन शोषण के मामले में पहले ही 20 साल की सजा हो चुकी है और पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड में वह उम्रकैद की सजा काट रहा है।