‘मेरे बच्चों को सपोर्ट करना’ लिख कर शुगर मिल के सेल्स मैनेजर ने क्वार्टर में पंखे पर फंदा लगाकर जान दी

नारायणगढ़ : बनौंदी शुगर मिल के सेल्स मैनेजर 55 वर्षीय सुधांशु भारद्वाज ने अपने क्वार्टर में पंखे से फंदा लगाकर जान दे दी। 26 साल से मिल में सेवाएं दे रहे भारद्वाज सी ब्लॉक के 6 नंबर क्वार्टर में अकेले रहते थे। पुलिस को उनके कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें उन्होंने किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया। यही लिखा है कि सभी का सहयोग के लिए धन्यवाद। मेरे बाद मेरे बच्चों को सपोर्ट करना।

नारायणगढ़ | शव को पोस्टमार्टम के लिए लेकर जाती पुलिस व लोग। - Dainik Bhaskar

सुधांशु भारद्वाज मंगलवार सुबह 9 बजे ड्यूटी पर नहीं पहुंचे तो उनके फोन पर संपर्क किया गया। फोन कॉल रिसीव नहीं की तो दफ्तर से सिक्योरिटी शिफ्ट इंचार्ज भूषण को पता करने को कहा गया। भूषण जब क्वार्टर के अंदर दाखिल हुए तो सुधांशु को पंखे से लटकता देखा। उन्होंने तुरंत दफ्तर फोन कर मामले की जानकारी दी। कुछ देर में ही मिल का पूरा स्टाफ सी-6 पर जमा हो गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने हालात का जायजा लिया।

सुधांशु ने बेड पर मेज रखकर पंखे पर कपड़े से फंदा लगाया। जिसके बाद वह फंदे से लटक गए। उनके मुंह और नाक से निकला खून कमीज पर जम गया था। दोपहर करीब 2 बजे उनके रिश्तेदार मिल में पहुंचे। तब उनका शव फंदे से उतारा गया। शव को पोस्टमार्टम के लिए नारायणगढ़ मोर्चरी में रखा गया है। सीन ऑफ क्राइम, फिंगरप्रिंट एक्स्पर्ट, डीएसपी बराड़ा व नारायणगढ़ ने मौका मुआयना किया।

सुधांशु भारद्वाज का क्वार्टर बिलकुल साफ सुथरा था। सुबह नहाकर उन्होंने कपड़े सूखने के लिए डाल रखे थे। उन्होंने पेंट-कमीज पहनी हुई थी। पुलिस का अनुमान है कि सुधांशु ने सुबह ही सुसाइड किया होगा। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में सही समय का पता चल सकेगा।

भारद्वाज की पत्नी की तीन महीने पहले कोरोना से मौत हो गई थी। पत्नी की मौत के बाद वह सहकर्मियों से कम ही बातचीत करते थे। उनका बेटा गुड़गांव में नौकरी करता है, जबकि शादीशुदा बेटी लखनऊ में है। बेटा और बेटी इस समय लखनऊ में थे। सहारनपुर से सुधांशु भारद्वाज की साली का दामाद यहां आया और शव लेकर लखनऊ के लिए निकल गया।

 

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