हरियाणा में अस्तित्व में आया कौशल रोजगार निगम, अब ठेकेदारी प्रथा होगी बंद

चंडीगढ़ । अब हरियाणा कौशल रोजगार निगम अस्तित्व में आ गया है. सरकार ने आईएएस शरणदीप कौर बराड़ को निगम की पहली मुख्य कार्यकारी अधिकारी यानी सीईओ की जिम्मेदारी सौंपी है. निगम का मुख्यालय पंचकूला में रहेगा. बराड़ इसके साथ ही कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण, रोजगार व नागरिक संसाधन सूचना विभाग की निदेशक का अतिरिक्त कार्यभार भी संभालेंगी.

भविष्य में आउटसोर्सिंग पर सभी भर्तियां इसी निगम के तहत होंगी. सभी विभाग, बोर्ड-निगम व निकाय कच्चे कर्मियों की भर्ती के लिए निगम को ही अपनी मांग भेजेंगे. सरकार ने ठेकेदारी प्रथा बंद करने व आउटसोर्सिंग भर्तियों में होने वाले भ्रष्टाचार को रोकने के लिए यह निगम बनाया है. हालांकि, कर्मचारी संगठन व विपक्ष इसका भी विरोध कर रहा है लेकिन सरकार ने नई भर्तियां इसके तहत ही करने का फैसला लिया है.

मुख्यमंत्री मनोहर लाल के अनुसार पूर्व में भर्ती कच्चे कर्मियों को इस निगम के तहत लाने का अभी निर्णय नहीं लिया है. आगे से आउटसोर्सिंग की सभी भर्तियां निगम ही करेगा. इसके लिए नियम व शर्तें बनाई जा रही हैं. इससे ठेकेदारी प्रथा खत्म होने के कारण नियुक्तियों में भ्रष्टाचार पर लगाम कसेगी.

इन अफसरों को भी सौंपा अतिरिक्त जिम्मा

सरकार ने आईएएस राजीव रतन को वर्तमान कार्यभार के अलावा सीपीग्रामपीजी पोर्टल के नोडल अधिकारी का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा है. एचसीएस अधिकारी मुकुंद वर्तमान कार्यभार के अलावा सामान्य प्रशासन विभाग के उप-सचिव का जिम्मा भी संभालेंगे.

गौरतलब है हरियाणा सरकार ने कौशल रोजगार निगम का गठन कर दिया है. अब आउटसोर्सिंग भर्तियां इसी निगम के तहत होंगी. वहीं ठेका प्रथा को बंद किया जाएगा. आईएएस शरणदीप कौर बराड़ को निगम का पहला सीईओ नियुक्त किया गया है.

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