सिरसा में स्कूल संचालक ने खुदकुशी से पहले सुसाइड नोट में लिखी रुला देने वाली बातें, दो YouTubro समेत 5 पर केस दर्ज

सिरसा : सिरसा के नाथूसरी चौपटा इलाके में दयानंद स्कूल के संचालक रविंद्र गोदारा खुदकुशी मामले में अब पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिये हैं। राजस्थान के भिरानी थाना पुलिस के पास इस मामले में केस दर्ज किया गया है जिसमें पांच आरोपी नामजद हैं।

भिरानी पुलिस ने मृतक रविंद्र गोदारा के भाई की शिकायत पर केस दर्ज किया है। जिसमें यूट्यूब चैनल के संचालक हनुमान पूनियां, यश भाम्भू के अलावा प्रेम कासनिया, राजवीर भाम्भू व एक निजी स्कूल संचालक का नाम शामिल है।

मृतक के भाई विजेन्द्र सिंह की शिकायत पर भिरानी पुलिस ने सिरसा के चौपटा निवासी हनुमान पूनियां, प्रेम कासनिया, राजवीर भाम्भू , यश भाम्भू व एक निजी स्कूल के संचालक के खिलाफ रूपये मांगने और आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने की गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है।

मृतक के परिजनों ने दो यूट्यूब चैनल के पत्रकारों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिजनों का आरोप है कि पिछले दो सालों से उन्हे प्रताड़ित किया जा रहा था। वहीं अब लगातार वीडियो को सोशल मीडिया पर प्रचारित किया जा रहा था।

डीएन स्कूल संचालक रविन्द्र गोदारा हिसार जिले के गांव चूली कलां निवासी थे और अपने बहनोई भरतसिंह के साथ मिलकर चौपटा में दयांनद उच्च माध्यमिक विद्यालय का संचालन करता था और यह विद्यालय क्षेत्र के टॉप विद्यालयों की श्रेणी में आता है।

इस साल दसवीं और 12वीं की परीक्षा में सीबीएसई बोर्ड की तरफ से आए परिणामों से कुछ बच्चे संतुष्ट नहीं थे जिसके चलते छात्रों और उनके अभिभावकों ने हंगामा किया था। जिसके बाद दो कथित पत्रकारों ने इस पूरे मामले को तूल दिया और लगातार वीडियो अपलोड की।

बताया जाता है कि मृतक संचालक रविंद्र गोदारा ने कक्षा में आकर छात्रों से माफी मांगी थी। उनके मुंह से छात्रों के सामने सिर्फ सॉरी शब्द निकला था जिसके बाद वो फिर से अपने दफ्तर में चले गए थे।

सूत्रों के मुताबिक खुदकुशी करने के पहले वो अपने साथियों से भी मिले थे। उस दौरान उन्होंने प्रताड़ित करने से संबंधित बातचीत की थी। हालांकि उनके साथियों को ऐसा अंदेशा नहीं था कि वो इस प्रकार का कदम उठा लेंगे।

शुक्रवार को खुदकुशी करने से पहले रविंद्र गोदारा ने अपनी होंडा सिटी कार में बैठकर वीडियो बनाया था जिसमें उन्होंने प्रताड़ित करने के आरोप लगाए थे। करीब 4 मिनट 11 सैकेंड के इस वीडियो को रविंद्र गोदारा ने अपने यूट्यूब चैनल पर भी अपलोड किया था। वहीं कार से दो पेज का सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है।

भिरानी थाना पुलिस ने बताया कि यह निजी स्कूल संचालक रविंद्र गोदारा(40) भिरानी थाना क्षेत्र में सिधमुख नहर फीडर में गढीछानी के पास कूद गया था। उसकी लाश शुक्रवार देर शाम को रसलाना वितरिका में बरामद हुई। आत्महत्या करने से पहले उसने ने कार में दो पेज का सुसाइड नोट डायरी में लिख कर छोड़ा। साथ ही टैब मोबाइल में लगभग 4 मिनट 11 सेकंड का एक वीडियो मैसेज रिकॉर्ड कर यूट्यूब पर अपलोड किया।

सुसाइड नोट और वीडियो के आधार पर मृतक रविंद्र के भाई विजेंद्र गोदारा निवासी चूलीकलां थाना आदमपुर जिला हिसार (हरियाणा) द्वारा दी गई रिपोर्ट के आधार पर एक यूट्यूब न्यूज चैनल के कथित पत्रकार हनुमान पूनिया निवासी गुड़ियाखेड़ा, प्रेम कसनिया निवासी नाथूसरी चौपटा, राजवीर भांभू, यश भांभू निवासी निर्वाण जिला सिरसा तथा नाथूसरी चौपटा के एक निजी स्कूल संचालक पर ब्लैकमेल कर आत्महत्या के लिए मजबूर कर देने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।

जानकारी के अनुसार विगत तीन अगस्त को दयानंद सीनियर सेकेंडरी स्कूल के विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम घोषित किया गया था। विजेंद्र गोदारा के मुताबिक अगले दिन 4 अगस्त को सुबह 9-10 बजे हनुमान पूनिया, प्रेम कासनिया और राजवीर आदि स्कूल में आए। परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी करने का आरोप लगाने लगे।

रविंद्र गोदारा ने कहा कि कोराना काल की वजह से इस बार परीक्षा नहीं हुई।स्कूल शिक्षा बोर्ड की गाइड लाइन के अनुसार बच्चों को अगली कक्षाओं में प्रमोट किया गया है। इसमें कोई गड़बड़ नहीं की गई। विजेंद्र गोदारा के मुताबिक यह समझाने बताने के बावजूद हनुमान, प्रेम और राजवीर तैश में आ गए।

बच्चों को बहका कर हनुमान पूनिया उनका इंटरव्यू लेने लगा। बच्चों के सामने रविंद्र जलील किया। तीनों ने रुपयों की मांग करते हुए कहा कि नहीं तो वे सोशल मीडिया पर स्कूल को बदनाम कर देंगे और मुकदमों में फंसाएंगे। इतनी बदनामी करेंगे कि जीने के लायक नहीं रहोगे।

स्कूल की साख गिराने के लिए युटुब चैनल के माध्यम से सोशल मीडिया पर स्कूल की बदनामी को प्रसारित किया। स्कूल जलाने और चौपटा छोड़ देने की धमकी दी। विजेंद्र ने आरोप लगाया है कि इस तरह का प्रोपेगंडा कुछ लोगों के साथ मिलकर रचा गया। षड्यंत्र और प्रोपेगंडा के चलते रविंद्र बड़ा परेशान रहता था।

इसी परेशानी के कारण उसने जीवन लीला समाप्त कर ली।नहर में कूदने से पहले टैब मोबाइल में वीडियो रिकॉर्ड किया तथा पर्सनल डायरी में भी नोट लिखा। विजेंद्र ने यह आरोप भी लगाया है कि एक यूटुब चैनल पत्रकार यश भांभू निवासी निर्वाण ने भी रविंद्र को प्रताड़ित किया।

यूट्यूब पर अपलोड किए गए 4 मिनट 11 सेकंड के वीडियो में रविंद्र गोदारा ने अपने चेहरे के हावभाव-मनोभाव को छुपाने की भरसक प्रयास करते हुए कहा है कि वह इस अपराध बोध को लेकर नहीं जी सकता। एक शिक्षक के साथ ऐसा व्यवहार करना बिल्कुल भी उचित नहीं है।उसके मान सम्मान को बहुत ठेस पहुंची है। इन लोगों ने जो लांछन लगाए हैं, उस अपराध बोध को लेकर वह जी नहीं सकते।

अपनी आंखों के सामने अपनी शिक्षण संस्था को धूमिल होते देखना बहुत ही मुश्किल है। स्वतंत्र पत्रकारिता को समाज के लिए घातक बताते हुए उसके विरुद्ध रचे गए षड्यंत्र में एक निजी स्कूल संचालक को भी शामिल बताया। इस स्कूल संचालक के लिए रविंद्र ने कहा कि यह कैसा कंपटीशन है।

कंपटीशन तो बच्चों की पढ़ाई को लेकर होना चाहिए। प्रेम कासनियां के लिए रविंद्र ने कहा कि रिश्तेदार होते हुए भी अपनी झूठी इगो की खातिर वह भी इन लोगों के साथ शामिल हो गया। यह बहुत असहनीय है। रविंद्र ने स्कूल के कर्मचारियों से अपेक्षा जताई है कि उनके जाने के बाद संस्था को और बहुत बढ़िया तरीके से चलाएंगे।

अपने विद्यार्थियों से भी उन्होंने परेशान करने वाले लोगों से बदला लेने की अपेक्षा जताई है। परेशान करने वाले लोगों को चेताया है कि सहकर्मी और शिक्षा एक दिन जरूर उनके मुंह पर तमाचा मारेंगे। उसने यह भी कहा है कि अभी जो लांछन लगाए गए हैं, उनमें कोई दम नहीं है। वे जानते थे कि इससे उन पर कोई आंच नहीं आने वाली लेकिन यह लोग ग्रुप बनाकर एक और गंभीर आरोप लेकर आने वाले थे। रविंद्र ने कहा कि उसे पूरी उम्मीद है कि उसके जाने के बाद फिर कभी इस प्रकार किसी स्कूल वाले को कोई परेशान नहीं करेगा।

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