डेरा प्रमुख राम रहीम ने पैराल के लिए फिर किया आवेदन, रोहतक और सिरसा जिला प्रशासन अलर्ट

रोहतक : हरियाणा के रोहतक जिले की सुनारियां जेल में सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने एक बार फिर पैरोल के लिए आवेदन किया है। इस पर रोहतक और सिरसा जिला प्रशासन अलर्ट दिखाई दे रहा है। राम रहीम की पैरोल को लेकर सिरसा और रोहतक प्रशासन सुरक्षा के तमाम पहलुओं पर विशेष नजर रख रहा है।

इसी बीच डेरा प्रमुख की पैरोल को लेकर हरियाणा के जेल मंत्री रणजीत चौटाला ने कहा कि राम रहीम भी जेल का एक कैदी है और उसे भी दूसरे कैदियों की तरह पैरोल मांगने का मौलिक अधिकार है। राम रहीम को जेल में सुरक्षा देना जेल प्रशासन का काम है और पैरोल पर बाहर आने के बाद सुरक्षा देना गृह मंत्रालय का काम है।

उन्होंने कहा कि कानून के हिसाब से मंडल कमिश्नर राम रहीम की पैरोल पर फैसला करेंगे। राम रहीम के मामले में पैरोल देने में जेल प्रशासन का कोई रोल नहीं है। मंत्री ने कहा कि जेल में राम रहीम की सुरक्षा करना जेल प्रशासन का काम है और जेल के बाद उनकी सुरक्षा का जिम्मा गृह मंत्रालय के अधीन है।

पिछले साल मई माह में मिली थी पैरोल

गौरतबल है कि मई 2021 में गुरमीत राम रहीम को 48 घंटे की पैरोल मिली थी। तब गुरमीत को रोहतक की सुनारियां जेल से कड़ी सुरक्षा में गुरुग्राम ले जाया गया। जहां वह अपनी मां से मिला था। इसके बाद उसे दोबारा सुनारियां जेल लाया गया था। अब एक बार फिर राम रहीम ने पैरोल मांगी है।

27 अगस्त 2017 से काट रहा सजा

गुरमीत राम रहीम को दो साध्वियों से दुष्कर्म मामले में 20 साल की सजा मिली हुई है। पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या और रणजीत सिंह हत्याकांड में वह उम्रकैद की सजा काट रहा है। उसे 25 अगस्त 2017 को पंचकूला की अदालत में पेश किया गया था। सीबीआई की विशेष अदालत ने दोषी करार देते हुए उसको सुनारियां जिला जेल में भेज दिया था। 27 अगस्त को जेल में ही CBI की अदालत लगाई गई। इस दिन सजा तय होने के बाद से राम रहीम जेल में है।

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