रोहतक : पीजीआईएमएस के वार्ड 5 के यूनिट 3 में शनिवार दोपहर डॉक्टर से हाथापाई, अभद्रता करने के मामले में आरोपी पानीपत की महिला एएसआई को गिरफ्तार कर लिया गया। कुछ देर बाद पुलिस उसे कोर्ट में पेश करेगी। डीएसपी सज्जन कुमार ने आरोपी महिला पुलिसकर्मी पर मुकदमा दर्ज होने के 2 घंटे के भीतर गिरफ्तारी का लिखित आश्वासन डॉक्टरों को दिया था। आरोपी महिला पुलिसकर्मी की पोस्टिंग पानीपत में बताई जा रही है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस महकमा उसे सस्पेंड कर सकता है। वहीं डॉक्टर अभी भी हड़ताल पर डटे हुए हैं। उनका कहना है कि पहले महिला एएसआई की गिरफ्तारी से जुड़े पेपर उन्हें दिखाए जाएं।

हड़ताल पर बैठे डॉक्टरों से बातचीत करते डीएसपी सज्जन कुमार।
पीजीआई इमरजेंसी वार्ड और हॉस्टल से निकलकर सभी डॉक्टर एमएस ऑफिस के बाहर इकट्ठा हो गए हैं। डॉक्टरों की बढ़ती संख्या को देख डीएसपी सज्जन कुमार उन्हें फिर से समझाने के लिए पहुंचे। डॉक्टरों ने डीएसपी से कहा कि आपने 2 घंटे में गिरफ्तारी का आश्वासन दिया था। इसके कुछ ही देर बाद आरोपी महिला पुलिसकर्मी ने दबाव में सरेंडर कर दिया।

रोहतक पीजीआई के बाहर जमा डॉक्टर्स।
यह है मामला
पीजीआई थाना पुलिस को दी शिकायत में डॉ. स्वर्ण (पीजी द्वितीय वर्ष) ने बताया कि शनिवार करीब 3 बजे सीनियर डॉक्टर वार्ड राउंड पर आए थे। नियमों के अनुसार जब भी सीनियर डॉक्टर वार्ड में आते हैं तो वार्ड में सीरियस पेशेंट के साथ एक तीमारदार होता है। ठीक-ठाक कंडीशन के मरीजों के साथ कोई तीमारदार उस वक्त कोई नहीं होता। इन्हीं नियमों के कारण वार्ड में उपस्थित एक पेशेंट के साथ दो तीमारदारों को बाहर जाने का आग्रह किया। इस पर महिला तीमारदार भड़क गई और अभद्रता करते हुए बाहर ना जाने की जिद पर अड़ गईं। इसके बाद उन्हें कई बार नियम बताते हुए बाहर जाने के लिए कहा गया तो खुद को महिला पुलिसकर्मी बताते हुए धौंस जमाते हुए कहने लगीं कि वार्ड से नहीं जाएंगी और वह इन नियमों को नहीं मानती। बात बढ़ती देख डॉक्टर ने मौके पर सिक्योरिटी गार्ड को बुलाया तो महिला पुलिसकर्मी हाथापाई पर उतर आईं।
किसी तरह सिक्योरिटी गार्ड ने आरोपी महिला पुलिसकर्मी को वार्ड से बाहर किया और सूचना पीजीआई प्रबंधक एवं प्रशासन को दी। घटना की सूचना पर सभी डॉक्टर इकट्ठा हो गए और शिकायत लेकर पीजीआई थाना पहुंचे। वहां 2 घंटे तक कोई सुनवाई ना होने के बाद डॉक्टरों ने हड़ताल की घोषणा की। शाम करीब 6 बजे डॉक्टर स्ट्राइक पर चले गए और एमएस ऑफिस में इकट्ठे होकर आरोपी महिला पुलिसकर्मी पर मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग करने लगे। इसके बाद थाना डीएसपी सज्जन सिंह पीजीआई एमएस ऑफिस पहुंचे और दोनों पक्षों में सुलह करवाने की कोशिश की। डॉक्टर मुकदमा दर्ज करने की मांग पर अड़े रहे। इसके बाद देर शाम 8 बजे महिला पुलिसकर्मी पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया था।