15 नवंबर को पैट्रोल पंप संचालकों की हड़ताल: अवैध तरीके से मिल रहे सस्ते बॉयो डीजल से लगातार घट रही बिक्री

हिसार : बायो डीजल या बेस ऑयल के नाम पर बिकने वाला तेल पेट्रोल पंप संचालकों (petrol pump operators) को भारी आर्थिक नुकसान (economic loss) पहुंचा रहा है। यह बायो डीजल-बेस ऑयल डीजल से प्रति लीटर करीब 30 से 40 रुपये कम में उपलब्ध कराया जा रहा है। राजस्थान बॉर्डर (Rajasthan Border) के साथ लगते गांवों में यह बेचा जा रहा है।

आदमपुर क्षेत्र में कुछ लोगों ने गोदाम तक बना लिए हैं, जहां से इसे गांवों में सप्लाई किया जा रहा है। पेट्रोल पंप एसोसिएशन (Petrol Pump Association) ने बायो डीजल के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए 15 नवंबर को हड़ताल का एलान कर दिया है। ऑल हरियाणा पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन (All Haryana Petroleum Dealers Association) के प्रधान राजकुमार सलेमगढ़ (Rajkumar Salemgarh) ने बताया कि गैर कानूनी तरीके से बायो डीजल-बेस ऑयल बेचा जा रहा है।

जिससे वाहनों इंजन खराब होने की आशंका है। इससे प्रदूषण (Pollution) का लेवल भी बढ़ता है। इसकी बिक्री के बारे में सरकार अपनी नीति स्पष्ट करे। इस पर रोक नहीं लगाई तो हम 15 नवंबर से हड़ताल पर जाएंगे। एसोसिएशन (Association) के अनुसार यह बायो डीजल गुजरात के मुंद्रा पोर्ट से मंगवाया जाता है। वहां से हिसार, आसपास के जिलों के अलावा राजस्थान (Rajasthan) भी भेजा रहा है।

हिसार में बेस ऑयल व व्हाइट आयल मिलाकर नकली डीजल बनाकर उसको बायो डीजल को असली डीजल के नाम से उद्योगों व वाहनों के लिए धड़ल्ले से बेचा जा रहा है। यह तेल असली डीजल के रेट से लगभग 30 से 40 रुपये प्रति लीटर तक सस्ता है। सस्ते के चक्कर में लोग फंसते जा रहे हैं।

जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक अधिकारी अशोक शर्मा ने बताया कि बायो डीजल बेचना कानूनन है या नहीं, इस बारे में तेल कंपनी के अधिकारी ही अधिक जानकारी दे सकते हैं। हमारा काम पेट्रोल पंपों की जांच करना है। यदि कोई बायो डीजल की अवैध बिक्री के बारे में सूचना देगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। तेल कंपनी के अधिकारी ही जानकारी दे पाएंगे कि किस एक्ट में कार्रवाई होगी।

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