नई दिल्ली । केन्द्र सरकार की तरफ से आम जनता को फिर से राहत प्रदान हों सकती है. पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) की आसमान छूती कीमतों को कम करने के लिए मोदी सरकार नई योजना बना रही है. बता दें कि दुनियाभर में कच्चे तेल की कीमतें आसमान छू रही है ,जिसको देखते हुए दुनिया के कई देश अपने स्तर पर इस समस्या से निपटने की तैयारी कर रहे हैं. भारत भी कच्चे तेल की कीमतों में कमी लाने के लिए बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की तर्ज पर अपने रणनीतिक तेल भंडार से कच्चे तेल निकालने की संभावनाओं पर विचार कर रहा है.
सरकार का है 50 लाख बैरल तेल की निकासी का प्लान
केन्द्र की मोदी सरकार कच्चे तेल की कीमतों में कमी लाने के लिए अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के साथ तालमेल बिठाकर अपने रणनीतिक तेल भंडार से 50 लाख बैरल तेल की निकासी का प्लान तैयार कर रही है.
सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि रणनीतिक भंडार से निकाले जाने वाले इस कच्चे तेल को मंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड को बेचा जाएगा. ये दोनों सरकारी तेल शोधन इकाइयां रणनीतिक तेल भंडार से पाइपलाइन के जरिये जुड़ी हुई हैं.
जल्द होगी औपचारिक घोषणा
सरकारी अधिकारी ने बताया कि इस बारे में औपचारिक घोषणा बहुत जल्द हो जाएंगी. उन्होंने कहा कि करीब 10 दिनों में तेल निकासी की यह प्रक्रिया शुरू हो जाएंगी. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर भारत अपने रणनीतिक भंडार से और कच्चे तेल की निकासी का फैसला ले सकता है.
बता दें कि भारत के पश्चिमी एवं पूर्वी दोनों तटों पर रणनीतिक तेल भंडार स्थित हैं. इनकी सम्मिलित भंडारण क्षमता करीब 3.8 करोड़ बैरल तेल की है. इससे पहले केंद्र सरकार ने दिवाली के मौके पर आम जनता को बड़ी राहत प्रदान की थी. तब सरकार ने पेट्रोल पर 5 रुपये और डीजल पर 10 रुपये एक्साइज ड्यूटी में कटौती की थी