सरकारी घोषणायें
पेंशन : फैमिली आईडी अपडेट होते ही बंद हो रही पेंशन, कार्यालयों में चक्कर काटने को मजबूर हुए लोग
फतेहाबाद : परिवार की आय दो लाख से ज्यादा है और बुढ़ापा पेंशन ले रहे हैं तो एक नई टेंशन आनी शुरू हो गई है। पेंशन बंद होनी शुरू हो गई है। कारण ये ही माना जा रहा है कि परिवार पहचान पत्र पेंशन के साथ अपडेट होने के बाद तकनीकी ब्रांच से बंद होने लगी है। कई बुजुर्गों के बैंक खाते में अक्तूबर माह की पेंशन नहीं आई है। जिस कारण बुजुर्ग परेशान है।
हरियाणा के फतेहाबाद के जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय में बुढ़ापा पेंशन न आने को लेकर रोजाना चार से पांच बुजुर्ग चक्कर काट रहे है लेकिन अफसर खुलकर स्पष्ट कारण नहीं बता रहे है।
इस संबंध में मुख्यालय से भी कोई पत्र जारी नहीं हुआ है लेकिन माना ये ही जा रहा है कि पेंशन परिवार पहचान पत्र अपडेट होने के बाद बंद हो रही है, जिन्होंने परिवार पहचान पत्र में आय दो लाख से ज्यादा दर्ज करवाई है उनकी पेंशन बंद होनी शुरू हो गई है। अनौपचारिक रूप से अधिकारी भी ये ही कारण मान रहे है लेकिन अभी तक कोई आंकड़ा या पत्र जारी न होने के कारण अधिकारी खुलकर नहीं बोल रहे है।
पेंशन के लिए ये शर्तें है जरूरी
- परिवार की आय 2 लाख से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
- पेंशन के लिए उम्र 60 साल से ज्यादा होनी चाहिए।
- पात्र हरियाणा निवासी होना चाहिए।
- आधार कार्ड और परिवार पहचान पत्र दर्ज होना चाहिए।
परिवार पहचान पत्र अपडेट का लक्ष्य – 2 लाख 61 हजार 637
परिवार पहचान पत्र अपडेट हुई – 2 लाख 53 हजार 529
जिले में पेंशन धारक – 1 लाख 31 हजार
परिवार पहचान पत्र अपडेट हुई – 2 लाख 53 हजार 529
जिले में पेंशन धारक – 1 लाख 31 हजार
जिला समाज कल्याण विभाग के एक कर्मचारी ने बताया कि रोजाना कार्यालय में चार से पांच ऐसे मामले आ रहे है, जो कि ये कह रहे है कि उनकी पेंशन नहीं आई है। जब वह मुख्यालय में पता करते हैं तो बताया जाता है कि तकनीकी ब्रांच से पेंशन बंद की गई है। परिवार पहचान पत्र अपडेट होने के बाद ये दिक्कत आ रही है। जिन लोगों की परिवार पहचान पत्र में आय दो लाख से ज्यादा है उनकी पेंशन लेने में दिक्कत आ सकती है।
परिवार पहचान पत्र के कारण पेंशन बंद होने संबंधित अभी तक कोई पत्र मुख्यालय से नहीं आया है। पेंशन नहीं आने के केस रोजाना रूटीन में आ रहे है और उनका चेक भी किया जा रहा है। जिन लोगों की पेंशन बंद हो रही है कारण क्या है मुख्यालय से पत्र आने के बाद ही कहा जा सकता है। – इंद्रा यादव, जिला समाज कल्याण अधिकारी