मरीजों को हो सकती है परेशानी; हरियाणा के सरकारी Doctors की हड़ताल पर जाने की तैयारी

चंडीगढ़: हरियाणा में मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ सकती है। राज्य में स्पेशलिस्ट कैडर, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों (एसएमओ) की सीधी भर्ती पर रोक और पीजी पालिसी (PG policy) की मांग को लेकर आंदोलनरत सरकारी डाक्टर (Government Doctors ) अब हड़ताल (PG policy) की तैयारी में जुट गए हैं।

12 नवंबर को दो घंटे की पेनडाउन हड़ताल (pendown strike) कर चुकी हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन (Haryana Civil Medical Service Association) ने मंगलवार को सभी जिलाें में मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन उपायुक्तों को सौंपे। पांच दिसंबर को करनाल में गवर्निंग बाडी (governing body) की बैठक बुलाई गई है जिसमें करीब एक हजार डाक्टर शामिल होकर आगामी रणनीति की घोषणा करेंगे।

पदोन्नति के जरिये एसएमओ के पदों को भरने की मांग

हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डा. जसबीर सिंह परमार (Dr. Jasbir Singh Parmar) और महासचिव डा. राजेश श्योकंद (Dr. Rajesh Shyokand) ने विजिलेंस पूछताछ में हरियाणा लोक सेवा आयोग के उपसचिव अनिल नागर और अश्विनी द्वारा डेंटल सर्जन की भर्ती में लाखों रुपये का लेन-देन स्वीकार करने का मुद्दा उठाते हुए कहा कि हम पहले ही यह मसला उठाते रहे हैं।

इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग (health Department) ने स्वास्थ्य निदेशक (दंत चिकित्सा) डा. प्रवीण सेठी (Dr. Praveen Sethi) को विभागीय चयन समिति का सदस्य सचिव बनाकर एसएमओ की भर्ती (Recruitment of SMO) की कमान सौंपी हुई है जो गलत है। चिकित्सा सेवाओं (medical services) से जुड़े अधिकारी को ही डाक्टरों की भर्ती के लिए अधिकृत किया जाना चाहिए। पदोन्नति के जरिये एसएमओ के पदों को भरा जाना चाहिए

शुक्रवार व शनिवार को सभी मंत्रियों और सांसद-विधायकों को सौंपेंगे ज्ञापन

डा. जसबीर सिंह परमार ने कहा कि केंद्र सरकार की तर्ज पर एसीपी (एश्योर्ड करियर प्रमोशन), स्पेशलिस्ट काडर और पीजी पालिसी को सरकार से मंजूरी के बावजूद लागू नहीं किया जा रहा है। शुक्रवार और शनिवार को प्रदेश के सभी मंत्रियों और सांसद-विधायकों को मांगों का ज्ञापन सौंपा जाएगा। सरकार ने मांगों पर जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो सभी डाक्टर हड़ताल पर जाएंगे।

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