नौवीं की छात्रा ने लिखा ओपी चौटाला का 10वीं का अंग्रेजी का पेपर, पत्रकारों से बोले- I Am Student, स्टूडेंट मीडिया से बात नहीं करते

सिरसा : हरियाणा के दिग्गज राजनेता पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला आज सिरसा के आर्य गर्ल्स स्कूल में 10वीं की अंग्रेजी विषय का पेपर देने पहुंचे। उनका पेपर दोहपर 2 बजे साढ़े 4 बजे तक हुआ। चौटाला ने परीक्षार्थी बनकर स्कूल के कमरा नंबर 13 में बैठकर पेपर दिया।

आपको बता दें कि ओम प्रकाश चौटाला को 9वीं कक्षा की लड़की ने पेपर लिखने में मदद की। शिक्षा विभाग ने नियम के मुताबिक लड़की को बतौर राइटर उन्हें उपलब्ध कराया गया था।

परीक्षा देने के लिए ओम प्रकाश चौटाला जब स्कूल पहुंचे तो मीडियाकर्मियों ने उन्हें घेर लिया। पत्रकारों ने परीक्षा के बारे में पूछा तो उन्होंने सिर्फ इतना ही बोला कि आज मैं एक स्टूडेंट हूं और स्टूडेंट मीडिया से बात नहीं करते। ऐसा बोलकर वह परीक्षा केंद्र के अंदर चले गए।

चौटाला को सेंटर पर छोड़ने के बाद उनकी गाड़ी वहां से चली गई, लेकिन सुरक्षाकर्मी सेंटर के आसपास मौजूद रहे। पेपर खत्म होने के तय समय 4:30 बजे से पहले ही चौटाला पेपर कंप्लीट करके मुस्कुराते हुए सेंटर से निकले और गाड़ी में बैठकर चले गए।

आपको बता दें कि ओम प्रकाश चौटाला ने जेबीटी भर्ती घोटाले में 2013 से 2 जुलाई 2021 तक सजा भुगतने के दौरान ही तिहाड़ जेल में पढ़ाई करके 10वीं पास की थी। इस साल उन्होंने हरियाणा ओपन बोर्ड से 12वीं की परीक्षा भी दी थी, लेकिन 10वीं की परीक्षाओं के दौरान अंग्रेजी विषय का पेपर न देने के कारण उनका 12वीं का परिणाम बोर्ड द्वारा जारी नहीं किया गया। जिसके चलते आज उन्होंने यह परीक्षा दी है।

विधानसभा में नहीं इनेलो का कोई विधायक

बता दें कि हाल ही में जेबीटी शिक्षक भर्ती घोटाले में सजा पूरी कर तिहाड़ जेल से बाहर आये ओम प्रकाश चौटाला पहले से ही सियासी परीक्षा देने में जुटे हैं। कभी प्रदेश की राजनीति के शीर्ष पर रही उनकी पार्टी वर्तमान में कमजोर स्थिति में है। उनके बेटे अभय चौटाला के इस्तीफा देने के बाद विधानसभा में इनेलो का कोई विधायक नहीं है। ऐसे में वो पार्टी को फिर से मजबूती देने का प्रयास कर रहे हैं।

Haryana, former Chief Minister Om Prakash Chautala reached Arya Girls School in Sirsa today to give the paper of 10th English subject. His paper was done at 2 pm till 4.30 pm. Chautala appeared as an examiner and gave the paper sitting in room number 13 of the school.

Let us tell you that a girl of class 9th helped Om Prakash Chautala to write the paper. According to the rules of the Education Department, the girl was made available to them as a writer.[irp][irp]

 

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