अभिषेक को नहीं परिजनों की हत्या करने का कोई दुख: लिवइन वाले पुरुष मित्र को अपने पास बुला रहा,सोशल मीडिया पर डाली थी पोस्ट, आपको बताउंगा मैं कौन हूं?

रोहतक : हरियाणा के रोहतक में हुए चौहरे हत्याकांड में नया खुलासा हुआ है। अपने ही परिजनों की हत्या करने का आरोपी अभिषेक उर्फ मोनू अपने एक पुरुष मित्र के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रह रहा था। मोनू जल्द ही जेंडर चेंज करवा उससे शादी करने की तैयारी कर रहा था। एक और बात सामने आई है कि पांच दिन की रिमांड अवधि पर चल रहे आरोपी अभिषेक ने पुलिस से कहा है क उसे अपने परिजनों को मारने का कोई दुख नहीं है। वह बस इतना चाहता है कि उसे जिल जेल में भी रखा जाए उसके साथ उसका पुरुष मित्र साथ हो। मोनू बार बार अपने मित्र के पास भेजने की बात कह रहा है। पुलिस ने यह सारे बयान अब कागजी कार्रवाई में शामिल कर लिए हैं।

वारदात में इस्तेमाल पिस्टल बरामद

उधर, डीएसपी हेड क्वार्टर गोरखपाल राणा के नेतृत्व में सीआईए वन और शिवाजी कालोनी थाना पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर आईजी कार्यालय के साथ नहर किनारे से शुक्रवार देर शाम वारदात में प्रयुक्त पिस्टल बरामद कर ली है।

मोनू की हालत देख पुलिस ने शुक्रवार को उसकी मानसिक जांच करवाई। डाक्टरों के बोर्ड ने उसकी मानसिक चेकअप के अलावा अन्य जांच भी की। इसकी रिपोर्ट शनिवार तक पुलिस को श्मिल सकती है। मोनू ने वारदात में संलिप्त लिवइन में रह रहे मित्र के अलावा दो और दोस्तों के नाम लिए हैं। हालंकि मामले में तीनों आरोपी फिलहाल फरार हैं, इन्हें पुलिस संभावित ठिकानों पर दबिश देकर पकड़ने की लगातार कोशिश कर रही है।

नई कहानी, बोला: नानी गोली की आवाज सुन और मां खाना पूछने आई

आरोपी मोनू ने हत्या के दिन की कहानी में फिर एक नया किस्सा जोड़ दिया है। उसने बताया कि जब वह ऊपर कमरे में हथियार लेकर गया तो वहां उसकी बहन तमन्ना सो रही थी। उसके सिर में उसने नजदीक से गोली मारी तो आवाज सुनकर आंगन में बैठी नानी रोशनी यह कहते हुए ऊपर आई कि नेहा बेटी किस चीज की आवाज आई। नानी की आवाज सुनकर वह दरवाजे के पीछे छिप गया और जैसे ही नानी कमरे में दाखिल हुई और बेड की ओर जाने लगी तो पीछे से उसके सिर में गोली मार दी। कुछ ही सेकंड बाद मम्मी खाने के लिए पूछने आई तो उसे भी गोली मार दी।

बीपी नॉर्मल करने के बहाने धुलवाए थे केमिकल से हाथ, खून पर छपे जूते का लिया सैंपल ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी को सुलझाने के लिए पुलिस सूझबूझ से काम लिया। आरोपी मोनू बार बार बेहोश होने का ड्रामा कर रहा था। इसके चलते पुलिस ने एक केमिकल से एक बर्तन में हाथ धुलवाए थे। मोनू ने पूछा कि यह कैसा पानी है तो पुलिस ने कहा था कि यह पानी तुम्हारा बीपी नार्मल कर देगा। बस इसमें हाथ धोने हैं। इसके बाद उसने हाथ धोए, तो पुलिस को उसके हाथ से चलाई पिस्तौल के काफी सुबूत मिल थे। वहीं, पुलिस ने कमरे के बाहर खून पर छपे जूते के निशानों का भी सैंपल ले लिया था।

सोशल मीडिया पर डाली थी पोस्ट, आपको बताउंगा मैं कौन हूं

सोशल मीडिया पर मोनू ने मार्च में एक पोस्ट डाली थी। इसमें खुद की फोटो के साथ कैप्शन लिखा था कि यू आर नॉट गोना टेल मी हू आई एम, आई एम गोना टेल यू, हू आई एम। मोनू की पोस्ट इन दिनों रोहतक में काफी ट्रोल हो रही है कि आखिर में अपना राज तो इसी ने बताया है। लोग इसे लड़का समझते थे और ये कुछ और ही निकला। वहीं, एक और पोस्ट में लिखा था कि तुम मेरा नाम जानते हो, पर मेरी कहानी नहीं जानते हो। तुम यह जानते हो कि मैंने क्या किया है, मगर यह नहीं जान सकते कि मैं क्या सोच रहा हूं।

यह थी वारदात

27 अगस्त की दोपहर को झज्जर चुंगी स्थित विजय नगर की बाघ वाली गली में बबलू पहलवान के घर में घुसकर चार लोगों को ताबड़तोड़ गोलियां मारी थी। इसमें मौके पर प्रापर्टी डीलर बबलू पहलवान, उसकी पत्नी बबली और बबलू की सास रोशनी की मौत हो गई थी। गोली लगने से 19 वर्षीय तमन्ना घायल हो गई थी। उसने पीजीआई में इलाज के दौरान दो दिन बाद दम तोड़ दिया था।

अभिषेक उर्फ मोनू ने शुरू में बताई थी यह कहानी

वह अपने दोस्तों के साथ एक होटल में खाना खाने गया था। दोपहर 2 बजे के बाद घर पर लौटा तो घर का मेन गेट बिना कुंडी लगे बंद था। नीचे के कमरे में गया तो दरवाजा बंद था। ऊपर कमरे में गया तो वहां भी कमरे का दरवाजा बंद मिला। दोनों दरवाजे खूब जोर जोर से खटखटाए। मम्मी पापा सहित घर के अन्य नंबरों पर फोन भी मिलाया, मगर कोई जवाब नहीं मिला। डर के मारे उसने अपने सांपला निवासी मामा को फोन मिलाया और पूरी बात बताई। मामा ने दरवाजा तोड़ने की सलाह दी। मैंने किसी तरह दरवाजे के लाक को तोड़ा तो अंदर खून से लथपथ परिजनों के शव देखे। उसकी बहन बहुत जोर जोर से सांस ले रही थी तो तुंरत उसे पीजीआई भिजवाया। रोते रोते मामा को फिर से फोन कर सारी बात बताई।

बबलू के साले प्रवीन ने दी थी पुलिस को शिकायत

पुलिस को मृतक बबलू के साले प्रवीन निवासी सांपला ने पूरे मामले की लिखित शिकायत दी थी। प्रवीन ने पुलिस को मौखिक तौर पर बताया था कि जब उसे वारदात की सूचना मिली तो वह तुरंत ही घर से रोहतक के लिए निकल पड़ा। रास्ते में एक संदिग्ध वेरना गाड़ी सवारों ने उसका काफी दूर तक पीछा किया। गाड़ी पर गोलियां भी चलाई। वह बहुत तेज गति से गाड़ी को चलाकर रोहतक पहुंचा।

चारों को सिर में मारी थीं गोलियां, मिले थे पांच खोल

पुलिस और एफएसएल की जांच के दौरान टीम को ऊपर वाले कमरे से दो खोल और नीचे के कमरे से तीन खोल बरामद हुए थे। नीचे वाले कमरे में बबलू बेड पर लेटा था और वह मोबाइल फोन पर किसी से बात कर रहा था। जब उसे गोली मारी तो उसका फोन उसके कान और कंधे के बीच में लगा रह गया। बबलू को तीन गोलियां मारी थीं। दोनों कमरों में वारदात को अंजाम देकर कमरों को लाक कर मोनू चाबी अपने साथ ही ले गया था। बाद में पुलिस ने मोनू से ही चाबी बरामद की थी।

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