लापरवाही: सिविल अस्पताल के खाने में छिपकली मिलने से मचा हड़कंप, जाँच के आदेश
पीएमओ डॉ. संजीव ग्रोवर (Dr. Sanjiv Grover) इमरजेंसी वार्ड में पहुंचे और दाल खाने वाले मरीजों, तीमारदारों का हालचाल लिया। डॉक्टरों ने दाल खाने वाले मरीजों को उल्टी कराई। इसके बाद पीएमओ ने जनसेवा दल (Jan Sewa Dal) की रसोई में जाकर खाने को देखा। मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं। जन सेवा दल को चेतावनी जारी की गई है।
जन सेवा दल की ओर से दोपहर करीब दो बजे मरीजों और तीमारदारों को खाने में दाल, रोटी और चावल दिया गया। तीसरी मंजिल पर बुखार से पीड़ित कश्यप कॉलोनी निवासी केला देवी भर्ती हैं। उनकी भतीजी कोमल ने जन सेवा दल से खाना लिया।
खाना खाते वक्त उसकी दाल में मृत छिपकली मिली। उसने स्टाफ नर्सों (Staff Nurses) को इसकी सूचना दी। नर्सों ने डॉक्टरों एवं पीएमओ डॉ. संजीव ग्रोवर को जानकारी दी। जिन वार्डों में खाना दिया जा रहा था, वहां परोसे जाने से रोका गया और जिन्हें खाना दिया जा चुका था, उन्हें खाने से रोक दिया गया।
इस दौरान कोमल एवं केला देवी साथ ही कश्यप कॉलोनी निवासी रोशनी और गांव रेरकलां निवासी लव शर्मा की तबीयत बिगड़ गई। इन सभी को चक्कर के साथ उल्टी आने लगी। डॉक्टरों ने इमरजेंसी वार्ड में दाखिल कर इलाज शुरू किया। बीपी की जांच की गई। इनमें से केला देवी एवं रोशनी का बीपी कम मिला। खाना खाने वाले 20 लोगों को डॉक्टरों ने फिलहाल अपनी निगरानी में रखा है।
बर्तन में हो सकती है छिपकली
खाना हमने भी खाया है, हमारे ड्राइवर ने भी खाया है। हमारे खाने में छिपकली नहीं थी। हो सकता है कि लोगों के बर्तनों में छिपकली हो। खाना खाने से किसी की तबीयत नहीं बिगड़ी है। इस बात को जान बूझकर मुद्दा बनाया गया है। हमारे खाने की उपायुक्त भी प्रशंसा कर चुके हैं। हम 35 साल से अस्पताल में लोगों को नि:शुल्क खाना वितरित कर रहे हैं। – डॉ. चमन गुलाटी, महासचिव जन सेवा दल
खाने में छिपकली मिलने की सूचना पर इमरजेंसी वार्ड में गया था। मरीजों और लोगों से पूछताछ की। जन सेवा दल की रसोई का भी निरीक्षण किया। मामले में जांच के निर्देश दिए गए हैं। – डॉ. संजीव ग्रोवर, पीएमओ सिविल अस्पताल