Mausam Ki Jankari : मौसम विभाग का पूर्वानुमान जारी, इन राज्यों में होगी बारिश, जानें हरियाणा का हाल

नई दिल्ली : Mausam Ki Jankari : चक्रवाती हवाओं (cyclonic winds) का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी के मध्य भाग पर बना हुआ है और यह औसत समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है। इस चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से एक ट्रफ रेखा उत्तरी श्रीलंका (Northern Sri Lanka) से होते हुए तमिलनाडु के दक्षिणी तट तक फैली हुई है। इसके प्रभाव से कम दबाव का क्षेत्र उसी क्षेत्र में विकसित होगा।

इन राज्यों में हुई भारी बारिश

एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण (cyclonic circulation) दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम मध्य अरब सागर के ऊपर है, यह औसत समुद्र तल से 4.8 किमी ऊपर फैला हुआ है। पिछले 24 घंटों के दौरान, तमिलनाडु और केरल के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक दो स्थानों पर भारी बारिश हुई।

यहां हुई मध्यम बारिश

तमिलनाडु के शेष हिस्सों, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तटीय ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश, दक्षिण मध्य महाराष्ट्र और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के एक या दो हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई।मराठवाड़ा, तेलंगाना, तटीय कर्नाटक, लक्षद्वीप, सिक्किम, पूर्वी असम और अरुणाचल प्रदेश में हल्की बारिश हुई। मध्य और पूर्वी भारत के न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री की गिरावट आई है।

आगामी समय में बारिश के आसार

अगले 24 घंटों के दौरान, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तमिलनाडु और केरल के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर तेज भारी बारिश हो सकती है। तमिलनाडु के शेष हिस्सों, कर्नाटक के कुछ हिस्सों, रायलसीमा, तटीय आंध्र प्रदेश, लक्षद्वीप और कोंकण और गोवा और दक्षिण मध्य महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है।

तेलंगाना, तटीय ओडिशा, असम के कुछ हिस्सों, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम, गिलगित बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और लद्दाख के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है।

हरियाणा में सबसे कम तापमान कैथल का

बुधवार को उत्तर पर्वतीय क्षेत्रों पर भारी हिमपात ( snow ) होने से उत्तरी मैदानी राज्यों के तापमान में भारी गिरावट आई है। मैदानी राज्यों में पंजाब में सबसे कम तापमान ( low temperature ) जालंधर का 5.8 डिग्री सेल्सियस और राजस्थान में सबसे कम 5.6 डिग्री सेल्सियस तापमान चुरू का दर्ज किया गया। इसी प्रकार उत्तर प्रदेश में सबसे कम तापमान मुजफ्फरनगर का 6.7 डिग्री सेल्सियस व दिल्ली में सबसे कम तापमान उजवा का 8.3 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि हरियाणा में सबसे कम तापमान कैथल में 4.7 डिग्री सेल्सियस, हिसार में 6.1 डिग्री सेल्सियस, जींद में 7.0 डिग्री सेल्सियस और इसी प्रकार महेंद्रगढ़ में 7.4 डिग्री सेल्सियस, नारनौल में 7.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

अब होगी धुंध और कोहरे में बढ़ोतरी

आने वाले दिनों में पवनों की दिशा उत्तरी हो जाएगी जिस कारण न्यूनतम और अधिकतम तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस कम होने की संभावनाएं बन रही हैं। नवंबर के अंत तक अधिकतर मैदानी क्षेत्रों में शीत लहर चलने की पूर्ण संभावनाएं बन रही हैं। जो पूरे दिसंबर तक चलने की पूरी संभावनाएं हैं, जिससे धुंध और कोहरा में ( Fog ) भी ज्यादा बढ़ोतरी होगी और कप कंपाने वाली ठंड में बढ़ोतरी होगी। पवनों की दिशा बदलने से आने वाले दिनों में एयर क्वालिटी इंडेक्स में फिर से बढ़ोतरी हो जाएगी, जिसकी वजह से धुंध कोहरा ( स्माॅग ) फिर से कोहराम मचाएंगा और आमजन को फिर से संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।

 

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