आखिरकार 60 करोड़ के व्यापार के नुकसान के बाद करनाल में फिर शुरू हुई इंटरनेट सर्विस, लोगों ने ली राहत की सांस
करनाल : करनाल में इंटरनेट सेवा शुरू हो चुकी है। किसान महापंचायत के बाद विरोध के चलते तीन दिन से इंटरनेट सेवा बंद थी। शुक्रवार सुबह इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई। सहायक जिला पीआरओ रघुबीर सिंह ने कहा, अभी सेवाओं को फिर से बंद करने की कोई योजना नहीं है। बता दें कि लाठीचार्ज के विरोध में किसान करनाल लघु सचिवालय के बाहर धरने पर बैठे हैं।
लगातार तीसरे दिन इंटरनेट इंटरनेट बंद रहने का असर अब कारोबारी गतिविधियों Business Activities से लेकर आम जनजीवन पर साफ दिखाई पड़ रहा था। आर्डर न होने से होम डिलीवरी Home Delivery का काम तकरीबन ठप पड़ चुका था। विद्यार्थियों Students से लेकर सरकारी Government और गैर सरकारी Non Government कामकाज से जुड़े लोगों की दिक्कतें भी बढ़ गई थी। व्यापारी नेता बजरंग गर्ग ने दावा किया है कि जिले में अब तक साठ करोड़ रुपये का कारोबार Buisiness प्रभावित हो चुका है।
करनाल Karnaal के लघु सचिवालय के समक्ष धरना दे रहे किसानों के आंदोलन Farmers Protest के चलते इंटरनेट सेवाएं Internet Services लगातार बंद थी। हालांकि, वीरवार की देर रात से सुबह तक कुछ कंपनियों की इंटरनेट सेवा Internet Services शुरू तो हुई लेकिन नौ बजे के बाद इन्हें एक बार फिर पूरी तरह बंद कर दिया गया। इससे लोगों के आनलाइन कामकाज Online Work की चाल तकरीबन पूरी तरह ठप पड़ गई थी। आलम यह है कि आनलाइन आर्डर Online Order पर होम डिलीवरी Home Delivery करने वाले युवा राइडरों Riders को कोई काम नहीं मिल रहा था। वे दुकानदार भी परेशान थे, जिनके काम का बड़ा हिस्सा आनलाइन Online ही चलता था।
पेट्रोल पंप Petrol Filling Stations पर अब कार्ड स्वैपिंग नहीं हो रही तो माल से लेकर अन्य दुकानों में भी कमोबेश यही हाल था। लोगों को आर्डर न होने से अलग अलग आइटम घर पर नहीं मिल पा रहे थे। कई लोगों के अस्थाई रोजगार Indirect Employement पर सीधा असर दिख रहा था। माना जा रहा है कि करनाल Karnal में औसतन अकेले खाद्य व पेय पदार्थों के रोजाना करीब ढाई-तीन हजार आर्डर आनलाइन किए जाते थे। इससे करीब पांच से सात लाख रुपये का कारोबार होता था, जो अब तकरीबन पूरी तरह ठप पड़ चुका था। सैकड़ों युवा अचानक बेरोजगार Unemployed हो गए थे। दुकानदारों का कहना है कि आर्डर न मिलने से लगातार नुकसान हो रहा था। सरकार को चाहिए कि इंटरनेट सेवा बहाल करे, जिससे काम आगे बढ़ सके।
चारों तरफ परेशानी और असमंजस
लगातार बंद इंटरनेट सेवा Internet Service ने चारों तरफ आनलाइन काम-काज ठप करके रख दिया था। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में होने वाली परीक्षाओं पर भी असर पड़ा। बैंकिंग प्रणाली से लेकर अन्य आनलाइन लेनदेन सम्बधित काम तकरीबन पूरी तरह बंद हो चुके थे। लोग असमंजस में थे कि आखिर कब तक उन्हें इसी तरह परेशानियां सहनी पड़ेंगी ?
आनलाइन लेनदेन पूरी तरह ठप
अखिल भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय मुख्य महासचिव अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने अपने बयान में कहा कि तीन दिन से इंटरनेट बंद होने के कारण 60 करोड़ रुपये का व्यापार प्रभावित हो चुका है। हर ट्रेड का व्यापार व उद्योगों में लेन-देन इंटरनेट से होता है। इंटरनेट बंद होने से न भुगतान हो रहा है और न पेमेंट आ रही है। वाहन बिक्री भी पूरी तरह ठप हो गई है। यह समस्या अविलंब दूर होनी चाहिए।