गाय को बचाने के चक्कर में कार गिरी नहर में, पाइप पकड़ कर 12 साल की बेटी निकली बाहर; पति-पत्नी, बेटे की मौत

नारनौल : महेंद्रगढ़-रेवाड़ी रोड (Mahendragarh-Rewari Road) पर गाय को बचाने के प्रयास में कार अनियंत्रित होकर नहर में गिर गई, जिससे कार में सवार पति-पत्नी और उनके आठ वर्षीय बेटे की मौत हो गई। जबकि 12 वर्षीय बेटी पाइप के सहारे बाहर निकल आई। हादसे की सूचना मिलने के बाद चार विभागों नहर विभाग, पुलिस, दमकल और सीआईए की टीमों ने 12 घंटे बाद नहर से शवों को निकाला।

रेवाड़ी (Rewari) जिले के रामगढ़ खेड़ी निवासी 35 वर्षीय प्रवीन अपनी 32 वर्षीय पत्नी ललिता, आठ वर्षीय बेटे दिव्य व 12 वर्षीय बेटी ईशिका के साथ रविवार को गांव अगिहार (Agihar) में उनकी कोचिंग में काम करने वाली लड़की की शादी में गए हुए थे। रात करीब 2 बजे जब घर लौट रहे थे तो गांव झगड़ौली के पास उनकी बैगनआर कार के सामने अचानक गाय आ गई।

उसे बचाने में कार अनियंत्रित हो कर नहर में गिर गई। नहर कार गिरते ही प्रवीण ने शीशा तोड़कर पूरे परिवार को बचाने का प्रयास किया। लेकिन पानी अधिक होने के कारण बेटे व पत्नी के साथ खुद को भी बह गए। कार से बाहर आने के बाद ईशिका (Ishika) नहर पर लगे एक पंप के सहारे बाहर निकल गई और महेंद्रगढ़-दादरी रोड पर आकर आने-जाने वाले वाहनों को रुकवा कर हादसे की जानकारी दी।

दुर्घटना की सूचना मिलते ही एसडीएम दिनेश कुमार (Dinesh Kumar) और डीएसपी राजीव कुमार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। सूचना मिलते ही दमकल विभाग, नहर विभाग व आसपास गांवों के लोग भी मौके पर पहुंचे और 50 फुट चौड़ी व 20 फुट गहरी नहर में डूबे लोगों की तलाश शुरू कर दी।

सुबह करीब 6 बजे महिला का शव घटनास्थल से करीब 500 मीटर दूर मिला। 11 बजे बच्चे का शव बरामद हुआ। गोताखोर एवं विभिन्न विभागों की टीमें के प्रयास से 2 बजे तक सभी के शवोें को निकाल लिया गया। पुलिस ने सभी शवों को नागरिक अस्पताल पहुंचाया

रेलिंग भी कमजोर 
क्षेत्र की अधिकांश नहरों पर बनी पुलिया पर साइड में रेलिंग नहीं होने की वजह से कई बार हादसे हो चुके हैं, लेकिन नहर विभाग व प्रशासन हादसों के बावजूद भी गंभीर नहीं है। मुख्य सड़क मार्ग पर बना पुल लगातार हादसों का कारण बनता जा रहा है।

महेंद्रगढ़ में सभी कोचिंग सेंटर रहे बंद
प्रवीण महेंद्रगढ़ में कोचिंग सेंटर चला रहे थे। सोमवार सुबह जब कोचिंग सेंटर संचालकों को हादसे की सूचना मिली तो उन्होंने अपने-अपने सेंटरों को बंद रखने का निर्णय लिया।

एक साल पहले भी हुई थी चार लोगों की मौत
इस नहर के पास पिछले साल 18 जनवरी को हुए हादसे में महिला सहित चार लोगों की मौत हो गई थी। उस हादसे में सुरेश छाबड़ा, योगेश, जितेंद्र व संतोष की मौत हो गई थी। इस नहर की चौड़ाई करीब 50 फुट है तथा नहर पर बनी पुलिया दोनों और से जर्जर होने के साथ-साथ चौड़ाई भी कम है, जिसके कारण हादसे का डर बना रहता है।

मृतक के पिता के बयान पर हुई कार्रवाई 
मृतक के पिता ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि प्रवीण अपनी पत्नी, बेटे व बेटी के साथ गांव अगिहार एक शादी में शामिल होने गया था। जब रात में करीब 2.30 बजे झगड़ोली नहर के पास पहुंचा तो उसकी गाड़ी के आग अचानक गाय आ गई। गाय को बचाने के प्रयास में गाड़ी अनियंत्रित होकर नहर में गिर गई। पुलिस ने मृतक के पिता के बयान पर कार्रवाई कर शव का नागरिक अस्पताल महेंद्रगढ़ से पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया है।

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