हरियाणा के IPS अधिकारी पर गिरी गाज, तुरंत प्रभाव से किया गया निलंबित, क्या है मामला ? जानें

चंडीगढ़ : हरियाणा सरकार ने 2013 बैच के आईपीएस (IPS) धीरज कुमार सेतिया को निलंबित कर दिया है। वह सुनारिया, रोहतक में तृतीय आईआरबी में कमांडेंट के पद पर तैनात थे। निलंबन अवधि के दौरान वह पुलिस मुख्यालय पंचकूला के साथ संबद्घ रहेंगे।

जीवनयापन के लिए उन्हें जरूरी भत्ते मिलेंगे। गुरुग्राम में अल्फा बिल्डर के ठिकाने से हुई करोड़ों रुपये की चोरी के मामले की जांच में एसटीएफ के सामने पेश न होने पर सेतिया को निलंबित किया गया है।

निलंबन आदेश शुक्रवार को अतिरिक्त मुख्य सचिव, गृह विभाग राजीव अरोड़ा ने जारी किए। एसटीएफ ने नोटिस भेजकर सेतिया को बीते सोमवार को पूछताछ के लिए बुलाया, लेकिन वह नहीं पहुंचे। एसटीएफ उनका पूरा दिन इंतजार करती रही। सरकार ने इसका कड़ा संज्ञान लिया और सेतिया के कदम को अनुशासनहीनता मानते हुए कड़ी कार्रवाई कर दी।

पांच माह पहले वाटिका सिटी में अल्फा बिल्डर के ठिकाने से करोड़ों की चोरी के मामले में एसटीएफ ने कमिश्नरी में तैनात रहे आईपीएस धीरज सेतिया को जांच में शामिल होने के लिए बीते सप्ताह नोटिस भेजा था। बिल्डर के ठिकाने पर बीते दो अगस्त को हुई चोरी में दिल्ली के गैंगेस्टर विकास लगरपुरिया का नाम भी आचुका है।

पहले इसे मामूली चोरी बताया गया, फिर 20 दिन बाद खेड़की दौला थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया। लाखों की चोरी की बात सामने आने पर मामले की जांच सीआईए-31 को दी गई। जिसने दिल्ली अपराध शाखा के एएसआई विकास गुलिया को गिरफ्तार किया। बाद में पता चला कि चोरी लाखों की नहीं, करोड़ों की है। इस पर डीजीपी पीके अग्रवाल ने जांच एसटीएफ को सौंप दी।

एसटीएफ के सामने दिल्ली के दो फाइनेंसरों ने एक करोड़ से अधिक राशि, तीन किलो सोना व 50 लाख रुपये की विदेशी मुद्रा के साथ आत्मसर्मपण कर दिया। इनसे पूछताछ में तीन डॉक्टरों का नाम भी सामने आया। दिल्ली के द्वारका के रहने वाले डॉक्टर के साथ गुरुग्राम के डॉ. सचिंद्र जैन व डॉ. जेपी सिंह को एसटीएफ गिरफ्तार कर चुकी है। एसटीएफ पूरे मामले की कड़ियां जोड़ रही है। सेतिया से पूछताछ में एसटीएफ को बड़ी जानकारी मिलने की उम्मीद है।

Exit mobile version