HBSE: हरियाणा में नहीं होगी पांचवीं और आठवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा, सरकार ने लिया यू-टर्न

भिवानी : HBSE :हरियाणा राज्य सरकार द्वारा 18 जनवरी 2022 को जारी किए गए आदेश को वापस ले लिया गया है। पांचवीं और आठवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा नहीं होगी बल्कि जिला स्‍तर पर ही परीक्षा ली जाएगी। यह जानकारी पत्रकार वार्ता करते हुए हरियाणा विद्यालय शिक्षा बाेर्ड के चेयरमैन जगबीर सिंह ने दी है। इससे पहले हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (BSEH) से सम्बद्ध राज्य के सरकारी और निजी स्कूलों में अध्ययरत 5वीं और 8वीं के छात्र-छात्राओं का मूल्यांकन बोर्ड परीक्षा द्वारा किए जाने की अधिसूचना जारी की गई थी।

पंजाब और राजस्थान की तरह ही हरियाणा राज्य में भी कक्षा 5 और कक्षा 8 के स्तरों पर बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन करना सुनिश्चित किया था। हरियाणा सरकार ने राज्य के स्कूलों में 10वीं और 12वीं के बाद पांचवीं और आठवीं कक्षाओं के छात्र-छात्राओं के लिए भी अब बोर्ड परीक्षाएं आयोजित किए जाने के लिए अधिसूचना जारी की थी मगर इसे लेकर दो मत सामने आए थे। कोई इसे सही बता रहा था तो कोई इस फैसले पर सहमत नजर नहीं आ रहा था। जनमत की ओर से मिलने वाली प्रतिक्रियाओं को देखते हुए शायद इस फैसले को बदला गया है।

शिक्षा प्रणाली में सुधार होने की कही थी बात

हरियाणा सरकार द्वारा 5वीं और 8वीं कक्षाओं के लिए भी बोर्ड परीक्षाओं के आयोजन के निर्णय की जानकारी राज्य सरकार में शिक्षा मंत्री, चौधरी कंवर पाल ने बुधवार, 29 जनवरी 2022 को साझा की थी। शिक्षा मंत्री ने कहा, था “शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए हरियाणा सरकार द्वारा प्रदेश में 5वीं और 8वीं की बोर्ड परीक्षा लागू कर दी गई है। इस ऐतिहासिक निर्णय से शिक्षा प्रणाली में उच्च स्तरीय सुधार होगा।

एक महीने में परिणाम घोषित करने की हुई थी बात

हरियाणा स्कूल शिक्षा विभाग की अधिसूचना के अनुसार पांचवी और आठवीं कक्षाओं के लिए बोर्ड परीक्षाओं के आयोजन के एक माह के भीतर नतीजों की घोषणा कर दी जाएगी और छात्रों को प्रमाण-पत्र भी जारी कर दिए जाएंगे। ऐसा बताया गया था। मगर अब इस फैसले को ही वापस ले लिया गया है।

फेल छात्रों के लिए फिर से परीक्षा का बनाया था नियम

विभाग के नोटिफिकेन के मुताबिक 5वीं या 8वीं के बोर्ड एग्जाम में जो भी स्टूडेंट्स फेल होंगे, उनके लिए फिर से परीक्षा का आयोजन दो माह के भीतर किया जाएगा। हालांकि, यदि स्टूडेंट फिर से आयोजित की गयी परीक्षा में भी फेल हो जाता है तो उसे उसी कक्षा में दोबारा पढ़ना होगा। यह नियम भी बनाया गया था।

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