रोहतक : कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए युद्ध स्तर पर तैयारियां शुरू की जाए। इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं हाेगी। यह बात पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. जी अनुपमा ने कहीं। वे शनिवार को पीजीआई में प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों के निदेशकों व कोविड-19 जुड़े अधिकारियों काे ऑनलाइन मीटिंग में निर्देश दे रहीं थीं।

पीजीआई निदेशक डॉ. रोहतास यादव ने कहा कि संस्थान में 181 आईसीयू बेड तैयार हैं। जल्द एसआर की नियुक्ति करने की जरूरत है।
कुलसचिव डॉ. एचके अग्रवाल ने कहा कि गैस पाइपलाइन से जुड़े कर्मचारियों की ट्रेनिंग करवाने के निर्देश दिए हैं, ताकि किसी भी प्रकार से ऑक्सीजन की वेस्टेज न हो। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. पुष्पा दहिया ने बताया कि 1833 एलपीएम के 2 ऑक्सीजन प्लांट की टेस्टिंग पूरी हो चुकी है।
750 ऑक्सीजन पॉइंट लगाने का कार्य तेजी से चल रहा है। बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ. गीता गठवाला और डॉ. कुंदन मित्तल ने बताया कि 65 बेड का बच्चों का वार्ड तैयार है, जिसमें 52 वेंटिलेटर की सुविधा है।
डॉ. अपर्णा व डॉ. सुनीता ने कहा कि कोविड मरीजों की जांच के लिए काम आने वाले रिजेंट का टेंडर हो गया है। जल्द ही रिजेंट उपलब्ध हो जाएगा। ऑनलाइन मीटिंग में डेंटल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय तिवारी डॉ. ध्रुव चौधरी, डॉ. सुरेश सिंगल, डॉ. वरुण अरोड़ा सहित सभी मेडिकल कॉलेजों के निदेशक व कई चिकित्सक मौजूद रहे ।