किसानों ने कहा शहीदों के स्वजनों को दो डीसी रेट पर नौकरी, हिसार डीसी बोली-‘तारे तोड़ कर लाऊं क्या ?’

हिसार : कृषि कानूनों को रद्द करवाने, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करवाने आदि विभिन्न मांगों को लेकर हिसार लघु सचिवालय में किसानों के द्वारा बड़ा प्रदर्शन किया गया। प्रशासन के समझाने के बावजूद भी किसान अपनी मांगों को लेकर डटे रहे। काफी देर तक वहां चहलकदमी बनी रही। पुलिस की सांसे लगातार फूल रही थी।

किसानों की भारी भीड़ को रोकने के लिए पुलिस ने भरकस कोशिशें की, लेकिन किसान नहीं रुके और अंदर जाकर डीसी व एसपी को ज्ञापन देने की बात कहने लगे। माहौल बिगड़ता देख डीसी, एसपी भी खुद किसानों से मिलने आ गए। इस दौरान किसान नेताओं ने मांग की कि जो किसान आंदोलन में शहीद हुए हैं, उनके परिजनों को डीसी रेट पर नौकरी दी जाए और प्रशासन इसकी घोषणा अभी करें। किसानों ने मांग की कि फसल बीमा करने वाली एक निजी कंपनी पर मामला दर्ज किया जाए।

कोई कहे के तारे तोड़ कर लाओ, तो कहाँ से लाऊं? किसानों द्वारा किसान आंदोलन में जान देने वाले किसानों के परिजनों को डीसी रेट पर नौकरी देने की मांग पर डीसी प्रियंका सोनी ने कहा कि मेरे हाथ में जो था मैंने कर दिया। कल को कोई कहे कि तारे तोड़ कर लाओ, तो मैं कहां से ला सकती हूं? किसानों ने कहा कि 28 अगस्त को हिसार में फिर से एक आंदोलन किया जाएगा और अपनी मांग मनवाई जाएगी।

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