दोबारा शुरू हो सकता है किसान आंदोलन- चढूनी ने कही बड़ी बात, देखें

करनाल : दिल्ली से चला किसानों का फतेह मार्च करनाल से हरमिंदर साहब के लिए रवाना हो गया। इस दौरान किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी समेत कई किसान मौजूद रहे। फतेह मार्च सिंघु बॉर्डर से चलकर रात करनाल के डेरा कार सेवा में रुका था। जत्था 15 दिसंबर को अमृतसर पहुंचेगा। गुरु गोविंद सिंह की लाडली फौज के निहंग सिंह जत्थे में शामिल होकर चल रहे हैं। भाकियू नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी नेतृत्व करते हुए जत्थे को आगे बढ़ा रहे हैं।

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किसान नेता गुरनाम सिंह ने किसानों की पेंडिंग मांगों पर संयुक्त किसान मार्चा की बैठक में चर्चा करने की बात कही। साथ ही पंजाब में चुनाव के दौरान अपने प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी बताई। उन्होंने कहा कि 380 दिन धरने पर बैठने के बाद प्रधानमंत्री जनता के आगे झुके हैं। इसलिए कल से फतेह मार्च शुरू किया गया है, 15 दिसम्बर को अमृतसर पहुंचेंगे। हरमिंदर साहब जाएंगे।

इस जीत का श्रेय आंदोलन के दौरान शहीद हुए 750 किसानों को जाता है। साथ ही 1 साल तक बुजुर्ग व बच्चे जो सड़कों पर बैठे हुए हैं, उनको जाता है। लोगों के अंदर उत्साह है, जोश है, लंबे संघर्ष के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री को झुकाया है। इसी खुशी में जगह-जगह स्वागत समारोह किए जा रहे हैं। चढ़ूनी ने कहा कि आगे फिर से संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक है। इस बैठक में लंबित मांगों पर चर्चा की जाएगी। यदि कहीं भी सरकार गड़बड़ करती है, तो आंदोलन दोबारा से शुरू किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि पंजाब में हम मिशन पंजाब चला रहे हैं। वहां पर अपने लोगों को चुनाव लड़ा पाएंगे। उत्तर प्रदेश के बारे में विचार विमर्श किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह पहली सीढ़ी है, जो किसानों ने जीती है। जो जंग पूंजीवाद के विरुद्ध है, 3 कानून भी उसका ही एक हिस्सा है। अभी पूरी जंजीर तोड़नी बाकी है। पूंजीवाद के कारण छोटे दुकानदार, किसान, मजदूर समेत सबके काम पर असर है। मोटी रकम पूंजीवादी हड़प रहे हैं उस पर लगाम लगाने जरूरी है। प्रतिदिन इनकम को बराबर लाना है।

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