डीज़ल 40 रूपए सस्ता अगर आपको भी मिल रहा हो तो, हो जाएँ सावधान, मार्किट में चल रहा बड़ा घपला

जींद : बायो डीज़ल (Bio Diesel) के नाम से पिकअप बड़े टैंकरों से बेचे जा रहे नकली डीजल (Fake Diesel) से खफा जींद पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन (Jind Petroleum Dealer Association) ने नकली डीजल पर अंकुश लगाने, डीलर कमीशन बढ़ाए जाने, एक्साइज व वैट घटने से हुए नुकसान की भरपाई को लेकर ज्ञापन सीटीएम दर्शन यादव (CTM Darshan Yadav) को सौंपा। पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन ने चेताया कि अगर उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं की गई तो 15 नवंबर को पेट्रोल पंप संचालक हडताल पर जाने को मजबूर होंगे।

जींद पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के जिला प्रधान तेलूराम गर्ग (Telu Ram Garg) के नेतृत्व में पहुंचे पेट्रोल पंप मालिकों ने बताया कि पिछले काफी समय से बायो डीजल के नाम पर टैंकरों व पिकअप वाहनों से नकली डीजल बेचा जा रहा है। जो असली डीजल के रेटों से 30 से 40 रुपये सस्ता मिल रहा है। जिस बायो डीजल को असली डीजल कह कर बेचा जा रहा है वह बेस ऑयल है जो लुब्रिकेटिंग, ग्रीस, पेंट वगैराह बनाने में काम आता है।

जिसका उपयोग ऑटो मोबाइल इंजनों, जनरेटरों में करना नुकसानदेय है। साथ ही पर्यावरण (Environment) के हिसाब से खतरनाक भी है। नकली डीजल जिला में विभिन्न स्थानों पर गैर कानूनी गोदामों में स्टोर किया जाता है और बेरोक टोक उसकी सप्लाई भी की जा रही है। जिससे सरकार के साथ-साथ पेट्रोल पंप संचालकों को काफी नुकसान हो रहा है।

तेल माफिया (Oil Mafia) की गाड़ी जब पकड़ी जाती है तो वह डीजल का पक्का बिल दिखाता है जिस पर जीएसटी वगैराह भी लगा होता है लेकिन बिल असली डीजल का न होकर नकली डीजल का होता है। जिसका सीधा असर जिला के सभी पेट्रोल पंपों (Petrol Pumps) पर पड़ रहा है। उन्होंने मांग की कि बायो डीजल (Bio Diesel) के नाम पर खुले नाम बेचे जा रहे नकली डीजल की बिक्री पर रोक लगाई जाए।

डीलर कमीशन (Diesel Commission) को तुरंत प्रभाव से बढ़ाया जाए। पिछले चार सालों का बकाया कमीशन दिया जाए। एक्साइज व वैट घटने से हुए नुकसान की भरपाई की जाए। उन्होंने कहा कि अगर सरकार जल्द उनकी मांगों को पूरा नहीं करती तो 15 नवंबर से पेट्रोल पंप डीलर हडताल पर जाने को मजबूर होंगे।

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