पानीपत : “मैं जो भी कर रहा हूं, अपनी इच्छा से कर रहा हूं। बिना किसी के दबाव के, मुझे पता है कि ये गलत कर रहा हूं। मेरे पास कोई और रास्ता नहीं है, सिवाए मौत के। अपनी जिंदगी से बहुत परेशान हूं, बहुत दुखी हूं। मम्मी-पापा, मेरे भाई, पत्नी नीशा और मेरे बच्चों मुझे माफ कर देना। इश्हाक भाई मेरे अबरार को किसी अच्छे स्कूल में पढ़ाना और अच्छी शिक्षा देना। भाइयों मेरे बच्चों का भी अपने बच्चों की तरह ख्याल रखना। मैं सबकुछ छोड़कर जा रहा हूं। मुझे अपनी जिंदगी से नफरत हो गई है, अब जीने की इच्छा नहीं रही। मेरी वजह से किसी का भी दिल दुखा हो तो मैं हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं। मुझे माफ कर देना। हार गया यार जिंदगी से। सॉरी बेटा मुझे माफ करे देना और निशा सबसे बड़ा गुनेहगार तो मैं तुम्हारा हूं।”

ये बातें नूरवाला के बाबर ने अपने भाई इश्हाक को सोशल मीडिया पर भेजे मैसेज में कही हैं। इश्हाक ने बताया कि उनका 8 भाई-बहनों को हसता-खेलता परिवार है। पूरे परिवार का एक ही चूल्हा है और सभी अपने-अपने काम में अच्छी कमाई कर रहे हैं।

बिंझौल नहर के पास मिली बाबर की बाइक
उन्होंने बताया कि बुधवार को उनके दूसरे नंबर के भाई बाबर को उनके मोबाइल पर मैसेज आया। उस मैसेज में अनहोनी की बातें लिखी थीं। बाबर बिंझौल नहर से आगे एक फैक्ट्री में मास्टर है। सुबह करीब 11 बजे वह घर से फैक्ट्री के लिए निकला था और 12:31 बजे उसका मैसेज आया। वह तभी से उसे ढूंढने निकल गए।

करीब 1 बजे बिंझौल नहर के पुल के पास बाबर की बुलेट बाइक लावारिस हालत में खड़ी मिली। उन्होंने आसपास बाबर की तलाश की लेकिन कोई पता नहीं लगा। इसके बाद उन्होंने असंध रोड पुलिस चौकी को सूचना दी। पुलिस के साथ वह अपने स्तर पर भी बाबर की तलाश कर रहे हैं।
7 साल का सबसे बड़ा बेटा
इश्हाक ने बताया कि बाबर का सबसे बड़ा बेटा अबरार 7 साल का है। उससे छोटी दो बेटी हैं। बाबर की पत्नी निशा का रो-रोकर बुरा हाल हो चुका है।