दिवाली से पहले वेतन की आस: हरियाणा के इन कर्मचारियों को पांच महीने से नहीं मिला वेतन

चंडीगढ़ : हरियाणा के हजारों पक्के, कच्चे कर्मचारियों को सरकार के आदेश के बावजूद वेतन की अदायगी नहीं हुई है। पर्यटन निगम कर्मियों को दो महीने, पंचायत ट्यूबवेल ऑपरेटर को पांच माह से वेतन नहीं मिला है। अन्य विभागों के सैकड़ों कर्मचारी भी दिवाली से पहले वेतन के इंतजार में हैं।अब उन्हें दो नवंबर को वेतन मिलने की उम्मीद है।

चूंकि, शनिवार से सोमवार तक तीन दिन सरकारी अवकाश है। सरकार ने अवकाश को ध्यान में रखते हुए दिवाली से पहले 29 अक्तूबर को वेतन देने का फैसला लिया था। हरियाणा पर्यटन निगम ने सरकार के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए कर्मचारियों को वेतन का भुगतान नहीं किया। इसके पीछे निगम की कमजोर वित्तीय हालत को कारण बताया जा रहा है। कुछ माह पहले भी सरकार ने निगम को 35 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की थी, जिससे बकाया वेतन और अन्य वित्तीय लाभ कर्मियों को दिए गए।

30 पर्यटन केंद्रों के कर्मचारियों को शुक्रवार को नहीं मिला वेतन
सर्व कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा व सतीश सेठी ने बताया कि सेंडपाईपर रेवाड़ी, नीलकंठ यात्रिका निवास कुरुक्षेत्र, डिजाइन गैलरी, सनबर्ड सूरजकुंड, बड़खल, मैगपाई फरीदाबाद, ओएसिस करनाल, पिंजौर गार्डन, बारबट सोहना, शमा गुरुग्राम, बुलबुल जींद, डबचिक होडल, जंगल बैबलर धारूहेड़ा आदि 14 पर्यटन केंद्रों के कर्मचारियों को दो माह का वेतन नहीं मिला है।

इसके अलावा 30 पर्यटन केंद्रों के कर्मचारियों को अक्तूबर महीने का वेतन शुक्रवार को नहीं दिया गया। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग में कार्यरत पंचायती ट्यूबवेल आपरेटर पांच महीने से वेतन की गुहार लगा रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव से मामले में तुरंत हस्तक्षेप कर दीपावली से पहले सभी कच्चे व पक्के कर्मियों को बकाया वेतन का भुगतान करवाने का आग्रह किया है।

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