हरियाणा के इस जिले के रेलवे स्टेशन में बनेगा विद्युत डिपो, बजट में रेलवे की तरफ से मिली थी बड़ी सौगात

रेवाड़ी : मोदी सरकार के एक फरवरी को लोकसभा में पेश किए गए 2022-23 के बजट में रेवाड़ी को रेलवे की तरफ से कई सौगात मिली हैं। जिनमें सबसे खास रेवाड़ी में बनने वाले विद्युत डिपो को सबसे अहम माना जा रहा है। भी शामिल है। रामनगर में 10 एकड़ में बनने वाले 291 करोड़ की लागत से बनने वाले विद्युत डिपो में एक साथ 200 ईंधन खड़े करने की क्षमता होगी। 2010 में स्वीकृत रेवाड़ी के विद्युत डिपो को रेलवे की पिंक बुक में स्थान मिलने से अब इसके निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। बजट में जयपुर मंडल को एक ईएमयू व पीटी लाइन भी मिली हैं, परंतु अभी उनका स्थान निर्धारित नहीं हो पाया है।

विद्युत डिपो के साथ पीटी लाइन रेवाड़ी के हिस्से में हिस्से में आई तो रेवाड़ी स्टेशन को विश्वस्तरीय पहचान मिल जाएगी तथा ईएमयू मिला तो स्टेशन को चार चांद लग जाएंगे। बजट के बाद जयपुर मंडल ने रेवाड़ी स्टेशन पर कर्मचारियों के लिए बने टाइप-2 के 44 व टाइप-4 के क्वाटर्स को कनवर्ट करने, स्टेशन पर त्वरित जल मुहैया करने की व्यवस्था बनाने का ऐलान किया है। मंडल के 50 स्टेशनों पर स्वचालित धुलाई संयंत्र स्थापित करने तथा 12 स्टेशनों पर लिफ्ट व एक्सीलेटर में स्थान मिलने की संभावनाओं को भी पुख्ता माना जा रहा है।

14 लाइनों व आठ प्लेटफार्म वाले रेवाड़ी स्टेशन पर यात्रियों को एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म तक जाने के लिए ओवरब्रिज से ही आवागमन करना पड़ता है। जंक्शन पर दो ओवरब्रिज बने हुए हैं। जिनमें से आरपीएफ थाने की तरफ बने ओवरब्रिज से अधिकतर यात्रियों का आवागमन होता है। जिनमें से केवल दो व तीन नंबर प्लेटफार्म के बीच ओवरब्रिज के दोनों तरफ चढ़ने-उतरने की व्यवस्था है। जबकि बाकी सभी प्लेटफार्म पर एक ही तरफ चढ़ने-उतरने की व्यवस्था है। जिस कारण 24 घंटे में 140 यात्री गाडि़यों का आवागमन होने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। हिसार व दिल्ली की तरफ जाने वाली यात्री गाडि़यों के आगे खड़ा होने से यात्रियों को सीढ़ियों से उतरने के बाद गाड़ी तक पहुंचने केि लिए लंबा सफर तय करना पड़ता है। जिससे दिव्यांग, वृद्ध, महिला व बच्चों को खासी मशक्त करनी पड़ती है।

रेवाड़ी-रोहतक लाइन होगी डबल

बजट में रेवाड़ी-रोहतक लाइन को रेवाड़ी से अस्थल अबोहर तक डबल करने के लिए रेलवे ने अपनी पिंक बुक में शामिल किया है। लाइन डबल होने से यात्री ट्रेनों के मामले में पिछड़े इस रेल मार्ग पर ट्रेनों की संख्या में इजाफा होने की उम्मीद बनी है। रेवाड़ी-नारनौल रेलवे लाइन पर आरओबी बनाने को भी बजट में स्थान मिला है। जिससे कोसली व महेंद्रगढ़ से आवागमन करने वाले यात्रियों को जाम से मुक्ति मिलेगी।

अनदेखी से पिछड़ा रेवाड़ी स्टेशन

रेवाड़ी देश के सबसे पुराने व बड़े जंक्शनों में से एक है। 24 घंटे में 140 यात्री ट्रेनों के आगवामन से रेवाड़ी स्टेशन के महत्व को समझा जा सकता है। इसके बावजूद अनदेखी के कारण सुविधाओं के मामले में पिछड़ता जा रहा है। रेवाड़ी जंक्शन को विश्वस्तरीय पहचान के दिलवाने के लिए ट्रैफिक व्यवस्तता व आकार के हिसाब से विकसित करने की जरूरत है। विद्युत डिपो को पिंक बुक में स्थान मिलना खुशी की बात है। जयपुर मंडल में बनने वाले पीटी लाइन व ईएमयू का सबसे मजबूत दावेदार रेवाड़ी ही है।

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