राम रहीम को दिल्ली एम्स ले जाते समय रास्ते में दो महिलाओं से मिलवाने वाला डीएसपी सस्पेंड, देखें

रोहतक : बाबा राम रहीम सिंह को दिल्ली एम्स ले जाते समय कुछ महिलाओं से मिलवाना डीएसपी को भारी पड़ गया। साध्वियों के यौन शोषण और पत्रकार रामचंद्र छत्रपति मर्डर केस में रोहतक की सुनारिया जेल में कैद बाबा राम रहीम की मदद करने के आरोप में पुलिस अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया है। बता दें कि आरोप लगाया गया है पिछले दिनों तबीयत बिगड़ने पर डेरा प्रमुख को दिल्ली के एम्स ले जाया जाने लगा तब सुरक्षा अमले में तैनात हरियाणा पुलिस के एक डीएसपी ने वापसी में बाबा की मुलाकात ‘स्पेशल गेस्ट’ से करवाई।

महम का डीएसपी शमशेर सिंह और रोहतक जिला जेल में बंद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख बाबा गुरमीत राम रहीम सिंह। - Dainik Bhaskar

अब इस राज से पर्दा उठने के बाद पुलिस ऑफिसर को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है तथा विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है।
रोहतक जिले के महम इलाके के डीएसपी शमशेर सिंह को राम रहीम की सिक्योरिटी की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। अब उन पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने अपनी ड्यूटी में लापरवाही की है। इस मामले में डीजीपी हरियाणा ने उन्हें सस्पेंड कर दिया और विभागीय कार्रवाई के आदेश दे दिए हैं। इसके बाद उसकी सिक्योरिटी में तैनात बाकी पुलिस कर्मियों में हड़कंप मच गया है।

दिल्ली से वापस आते हुए की थी लापरवाही
यह घटना 17 जुलाई 2021 की है। जब राम रहीम सिंह को पेट दर्द की शिकायत के बाद सुबह पीजीआईएमएस मे ले जाकर चेकअप कराया गया था। जहां से कुछ टेस्ट के बाद उसे दिल्ली एम्स में रेफर कर दिया गया। राम रहीम की सुरक्षा की जिम्मेदारी डीएसपी शमशेर सिंह को सौंपी गई थी। डीएसपी ने अपने उच्च अधिकारियों को बताया कि डेरा प्रमुख को एम्स में कुछ लोगों और महिलाओं से मिलवाया गया था। जब वह टेस्ट करवा कर वापस लौट रहा था तो रास्ते में भी गाड़ी को रोका गया और 2 महिलाओं को वाहन में बैठाया गया था।
इस मामले में आरोपी डीएसपी ने बताया कि जब उनके पास चंडीगढ़ से किसी वीआईपी का फोन आया था। साथ ही शिकायतकर्ता डीएसपी ने ही आशंका भी जताई कि हो सकता है सभी को गुमराह करने के लिए चंडीगढ़ से किसी वीआईपी का फोन आने की कहानी बनाई गई हो।

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