बिजली के बिल भरने के लिए विभाग ने दी नई सुविधा; बिना अतिरिक्त शुल्क के ऐसे भी करवाएं बिल जमा

कुरुक्षेत्र : अब बिजली का बिल भरने के लिए उपभोक्ताओं (consumers) को बिजली कार्यालय (electricity department) जाने की जरूरत नहीं होगी। इससे न केवल उपभोक्ताओं के समय की बचत होगी और कार्यालय (office) आने-जाने के झंझट से मुक्ति मिलेगी, बल्कि बिल भरने के लिए लगने वाली लंबी लाइन (long lines) से भी छुटकारा मिलेगा। इसके लिए निगम ने उपभोक्ताओं के लिए विशेष व्यवस्था कर दी है। अब उपभोक्ता अपने आसपास स्थापित अटल सेवा केंद्र (atal seva kendra) और सर्व सेवा केंद्र (सीएससी) में ही अपना बिल संबंधी भुगतान कर सकेंगे।
खास बात यह है कि इस बिल भुगतान करने के बाद उपभोक्ताओं को कोई अतिरिक्त शुल्क व टैक्स (additional fees or tax) नहीं देना पड़ेगा। उन्हें केवल अपने बिल की राशि (bill amount) का ही भुगतान करना है। बिल भरने का अतिरिक्त शुल्क पांच रुपये और जीएसटी निगम स्वयं वहन करेगा। कुरुक्षेत्र जिले में तीन लाख से ज्यादा बिजली मीटर है।

इनमें करीब दो लाख घरेलू तथा 50 हजार ट्यूबवेल मीटर कनेक्शन (tubewell meter connection) है। निगम के पास सबसे ज्यादा करीब एक लाख ग्रामीण उपभोक्ता (rural consumers) है, जिनमें अधिकतर उपभोक्ता बिल भरने के लिए बिजली कार्यालय आते हैं। इन ग्रामीण उपभोक्ताओं की सुविधा को देखते हुए ही निगम ने सीएससी व एएसके के जरिए उनके बिल भरने का फैसला लिया है।

हालांकि बिल भरने की ऑनलाइन सुविधा (online bill submission facility) भी उपभोक्ताओं के पास है, मगर अधिकतर उपभोक्ता बिजली कार्यालय जाकर बिल भरते है। निगम का यह फैसला ऐसे उपभोक्ताओं के लिए काफी फायदेमंद होगा। हालांकि निगम की ओर बिल भरने की जो सुविधाएं पहले मुहैया कराई जा रही थी, वह सुविधाएं जारी रहेगी। कुरुक्षेत्र जिले में कुल 1244 सीएससी सेंटर पंजीकृत है, जिसमें 950 सीएससी गांव तथा शहर में चल रहे हैं। वहीं कई बड़े गांव में दो सीएससी (csc centers) भी स्थापित है। अब ग्रामीण अपने गांव मेें ही बिजली के बिल का भुगतान कर सकेंगे।

डाकघर के लिए योजना प्रस्तावित: कर्ण सिंह भोरिया
बिजली निगम के वरिष्ठ अभियंता (एसई) कर्ण सिंह भोरिया ने बताया कि निगम की ओर से सीएससी व एएसके को टेंडर जारी किया गया है। बिल भरने का अतिरिक्त शुल्क व जीएसटी निगम स्वयं वहन करेगा। ग्रामीण उपभोक्ताओं की सुविधा को देखते हुए निगम ने यह फैसला लिया है। हालांकि निगम की ओर से बिल भरने संबंधी सभी सुविधाएं भी जारी रहेगी। हाल ही में डाकघर के माध्यम से भी बिल भरने की योजना प्रस्तावित है।

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