Cyclone Asani :साल का पहला चक्रवाती तूफान ‘आसनी’ जल्द देगा दस्तक, IMD ने जारी की चेतावनी

नई दिल्ली : साल के पहले चक्रवाती तूफान (Cyclonic Storm) को लेकर भारतीय मौसम विभाग (Meteorological Department) ने अलर्ट जारी किया है। साल 2000 के बाद से उत्तरी हिंद महासागर क्षेत्र में पहला चक्रवात आने की संभावना है। जिसमे अरब सागर भी शामिल होगा। अगर हुआ तो चक्रवाती तूफान (Cyclonic Storm) को आसनी कहा जाएगा, यह नाम श्रीलंका ने दिया है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार मंगलवार को बंगाल की दक्षिण-पूर्वी खाड़ी (South-East Gulf) के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र 19 मार्च की सुबह तक पूर्व-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ जाएगा। और फिर 20 मार्च तक , यह अंडमान (Andaman) और निकोबार द्वीप समूह (Nicobar Islands) के साथ उत्तर की ओर बढ़ेगा। अगले एक-दो दिनों में भारी बारिश की संभावना है।

इसके 22 मार्च की सुबह बांग्लादेश और उत्तरी म्यांमार को पार करने की संभावना है। यह अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के तट से दस्तक दे सकता है। इसके 20 मार्च को चक्रवाती तूफान और 21 मार्च को चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है।

चक्रवाती तूफान 22 मार्च तक उत्तर और उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ेगा। अगले 5 दिनों तक दक्षिणी राज्यों केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी के साथ ही कर्नाटक में कुछ स्थानों पर बारिश की संभावना है। जिसके साथ ही जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और हिमपात हो सकता है। वही उत्तराखंड (Uttarakhand) और हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में बारिश होने की संभावना जताई है। वही आईएमडी ने मछुआरों के लिए एक एडवाइजरी भी जारी की जिसमें कहा गया है। “मछुआरों को सलाह दी जाती है कि वे 18 से 21 मार्च के दौरान बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्वी इलाकों में न जाएं. इसके अलावा “राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान एजेंसी ने 17 मार्च को ट्वीट किया।

पूर्वानुमान के मद्देनजर, द्वीप प्रशासन ने आपातकालीन नियंत्रण कक्ष सक्रिय कर दिए हैं। मुख्य सचिव जितेंद्र नारायण ने शुक्रवार को चक्रवात आसनी से निपटने के लिए केंद्र शासित प्रदेश स्तर की तैयारियों की समीक्षा की। सभी अधिकारियों को सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करने का निर्देश दिया गया।

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