अलविदा लता जी: आज और कल राष्ट्रीय शोक, Cm Khattar और दुष्यंत चौटाला ने जताया शोक, 33 की उम्र में एक बार हुई थी हत्या की कोशिश

डेस्क : स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) के निधन पर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर (Cm Manohar Lal Khattar) और उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला (Deputy Chief Minister Dushyant Chautala) ने शोक जताया है।
सीएम मनोहर लाल ने ट्वीट करते हुए लिखा भारत रत्न, स्वर कोकिला, आदरणीय लता मंगेशकर जी के निधन से बेहद स्तब्ध हूँ। दीदी के कर्णप्रिय सुर से वें हम सभी के मन में सदैव जीवंत रहेंगी। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें।
भारत रत्न, स्वर कोकिला, आदरणीय लता मंगेशकर जी के निधन से बेहद स्तब्ध हूँ। दीदी के कर्णप्रिय सुर से वें हम सभी के मन में सदैव जीवंत रहेंगी।
ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें।
ॐ शांति! pic.twitter.com/37LOQWguVw
— Manohar Lal (@mlkhattar) February 6, 2022
वहीं प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि महान गायिका लता मंगेशकर जी के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। भारतीय संगीत में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। वह अपने गानों के जरिए हमेशा हमारे साथ रहेंगी। उनकी आत्मा को शांति मिले।
Sad to learn about the demise of Legendary singer Bharat Ratna Lata Mangeshkar Ji. Her contribution to Indian music will always be remembered. She will always live with us through her songs.
May her soul rest in peace. Om Shanti. 🙏
— Dushyant Chautala (@Dchautala) February 6, 2022
वहीं हरियाणा के पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने उनके निधन पर शोक जताते हुए लिखा स्वर कोकिला, ‘भारत रत्न’ आदरणीया लता मंगेशकर जी का निधन अत्यंत दुःखद उनका जाना देश एवं कला जगत की अपूरणीय क्षति है।पुण्यात्मा को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि।
स्वर कोकिला, ‘भारत रत्न’ आदरणीया लता मंगेशकर जी का निधन अत्यंत दुःखद उनका जाना देश एवं कला जगत की अपूरणीय क्षति है।पुण्यात्मा को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि।
#LataMangeshkar pic.twitter.com/ffPt3tdhoA— Captain Abhimanyu (@CaptAbhimanyu) February 6, 2022
सफलता की सीढ़ियां चढ़तीं लता मंगेशकर ने कभी नहीं सोचा था कि उनकी जिंदगी में ऐसा पल भी आएगा। एक दिन लता के पेट में तेज दर्द होने लगा। वह खड़ी तक नहीं हो पा रही थी। उन्हें हरे रंग की उल्टियां होने लगी। जिसके बाद डॉक्टर को बुलाया गया। डॉक्टर ने जांच करने के बाद बताया कि उन्हें स्लो पॉयजन दिया जा रहा है यानि धीमा जहर।
लता को खाने में स्लो पॉयजन दिया जा रहा था। लेकिन जिस दिन लता की तबीयत खराब हुई, उनका कुक अचानक ही गायब हो गया। उसने अपना वेतन तक नहीं लिया। इस घटना के बाद लता की छोटी बहन ऊषा मंगेशकर ने रसोई की कमान अपने हाथ में ले ली थी।
ठीक होने में लगे 3 महीने
लता मंगेशकर के शरीर पर जहर का लंबे समय तक जहर का असर रहा था। वह तीन महीनों तक बिस्तर पर ही रहीं। उनका इलाज उनके फैमली डॉक्टर ने किया था। तीन महीने बाद लता फिर से अपने पैरों पर खड़ी हो पाई थीं।
जानती हैं किसने दिया ज़हर
लता मंगेशकर ने एक इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया था कि वह जानती हैं कि उन्हें किसने जहर दिया था। लेकिन उनके उस शख्स के खिलाफ कोई सबूत नहीं था। जिसकी वजह से वह कभी उस पर एक्शन नहीं ले पाई। लेकिन इस हादसे के बाद वह ज्यादा सतर्क रहने लगीं।