चरखी दादरी के बेटे ने गाड़ दिया लठ्ठ, Google में मिली Job, तनख्वाह 1.8 करोड़

चरखी दादरी : चरखी दादरी के रहने वाले जितेंद्र फ़ौगाट (Jitender Fougat) को Google में नौकरी मिली है. तनख्वाह जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे. जितेंद्र को Google में नौकरी करने की एवज में सालाना 1.8 करोड रुपए की सैलरी दी जाएगी.

चरखी दादरी के समसपुर गांव के निवासी जितेंद्र फोगाट उर्फ जीतू ने दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन Google में नौकरी पा ली है. इस मौके पर पूरे गांव में खुशी का माहौल है. परिजनों ने मिठाइयां बांटकर खुशियां जाहिर की. इस मौके पर जितेंद्र ने कहा कि मैं अपने क्षेत्र के बच्चों का मार्गदर्शन करने के लिए हमेशा तैयार रहूंगा.

Google में Job पाने को करनी पड़ी 7 से 8 घंटे रोजाना की कठोर मेहनत

जितेंद्र ने बताया कि बचपन से ही उनका सपना Google में नौकरी करने का था. इसके लिए उन्होंने कठोर मेहनत की. प्रतिदिन 7 से 8 घंटे कठोर परिश्रम किया. जितेंद्र ने इंटरव्यू की बहोत अधिक तैयारियां की, क्योंकि जितेंद्र को पता था कि गूगल में नौकरी पाने के लिए सफलता की दर 0.2% मात्र होती है. बाकी अभ्यर्थी असफल ही रह जाते हैं. बकौल जितेंद्र, वह सौभाग्यशाली हैं कि उन्हें गूगल में काम करने का मौका मिला है. बता दें कि जितेंद्र की प्रारंभिक शिक्षा चरखी दादरी के केन स्कूल में हुई. उसके बाद लिंगायत यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन में बीटेक की पढ़ाई की. उसके बाद आईटी कंपनी इंफोसिस के चंडीगढ़ ऑफिस में भी उन्होंने कुछ समय तक काम किया. उसके बाद जितेंद्र उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास चले गए.

जितेंद्र ने बताया कि लगभग 7 महीने की तैयारी के बाद उन्होंने अप्लाई किया. फिलहाल वह बहुत खुश और उत्साहित हैं कि उनका चयन गूगल में हुआ है. जितेंद्र ने बताया कि अब उनका सपना सच हो गया है और उन्हें काफी अच्छा सैलरी पैकेज मिला है. वह चाहते हैं कि अपने काम के माध्यम से दुनिया भर के लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालें. जितेंद्र ने अपनी सफलता का श्रेय गुरुजनों, परिवारजनों और दोस्तों को दिया. बता दें कि जितेंद्र के पिता रणवीर फोगाट अंग्रेजी के प्राध्यापक पद से हाल ही में सेवानिवृत्त हुए हैं, जबकि उनकी माता रोशनी देवी ग्रहणी हैं.

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