हिसार के गांव में सीबीआई की रेड; बच्चों के गलत वीडियो बनाने का मामला, दो लैपटॉप और एक कंप्यूटर जब्त

हिसार : बच्चों के अश्लील वीडियो बनाने और उन्हें शेयर (share) करने के मामले में सीबीआई की टीम (cbi team) ने मंगलवार को हरियाणा के हिसार की डिफेंस कॉलोनी (defence colony) और बालसमंद (balasmand) क्षेत्र के दो गांवों में दबिश दी। इस दौरान टीम ने दो लैपटॉप और एक कंप्यूटर जब्त किया। कार्रवाई सुबह सात बजे से दोपहर बाद 3 बजे तक चली।
जानकारी के अनुसार चाइल्ड पोर्नोग्राफी मामले में सीबीआई की एक विशेष टीम मंगलवार को बालसमंद क्षेत्र के गांवों में पहुंची। तीन इनोवा गाड़ियों (inova cars) में सवार होकर आए टीम के सदस्यों ने गांव बांडाहेडी (bandahedi) में एक व्यक्ति को नोटिस थमाया है। इस दौरान टीम ने आरोपी के पास से एक लैपटॉप और एक कंप्यूटर (laptop & computer) बरामद किया।
दूसरी टीम ने गांव सरसाना (sarsana) में छापा मारा। आरोपी को दिल्ली के रोधी रोड (lodhi road) स्थित सीबीआई कार्यालय (cbi office) में हाजिर होने के निर्देश दिए हैं। वहीं, सीबीआई टीम ने डिफेंस कॉलोनी में दबिश देकर दो से तीन मोबाइल जब्त किए हैं। इन सभी को जांच के लिए भेज दिया गया है। हालांकि स्थानीय पुलिस (local police) ने इस बारे में कोई जानकारी होने से इनकार किया है।

चाइल्ड पोनोग्राफी मामले में सुप्रीम कोर्ट ने जताई थी चिंता

इंटरनेट के जरिए चाइल्ड पोर्नोग्राफी का कारोबार काफी तेजी से फैल रहा है। चाइल्ड पोर्नोग्राफी देखने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। विदेशों में बैठे इस कारोबार के सरगना व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को जोड़कर उन्हें बच्चों के अश्लील वीडियो दिखा रहे हैं। कुछ सेकेंड के वीडियो देखने के एवज में लोगों से पैसे भी लिए जाते हैं।

इसके अलावा स्थानीय लोगों को भी इस धंधे से जोड़कर उनसे बच्चों से जुड़ी अश्लील वीडियो व फोटो पोस्ट करवाए जाते हैं और बदले में उनको पैसा दिया जाता है। लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम, 2012 (पोक्सो अधिनियम) में भी बाल अश्लीलता के संबंध में सजा का प्रावधान है।

पोक्सो अधिनियम की धारा 14 के अनुसार बच्चों के यौन अंगों का चित्रण, वास्तविक या नकली यौन गतिविधियों में बच्चे की भागीदारी और बच्चे के अभद्र या अनुचित चित्रण सहित किसी भी प्रकार का प्रयोग अपराध है

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