नोट दोगुने करने के नाम का लालच देकर थमा रहे थे नकली गड्डी, पुलिस की ड्रेस में करते थे, जानें ठगी का ये नायाब तरीका

हिसार :

ठगी मामले में गिरफ्तार 6 आरोपी पुलिस गिरफ्त में। - Dainik Bhaskar

हरियाणा के रहने वाले 6 लोगों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है। इन पर आरोप है क़ि ये लोगों को नोट डबल करने का लालच देते थे और उन्हें इसके ऐवज में नकली नोटों क़ि गड्डी थमा देते थे। पुलिस द्वारा अब इस गैंग को काबू कर लिया गया है।

पकड़े गए सभी 6 आरोपी हरियाणा के हिसार, सिरसा, फतेहाबाद व जींद जिले के रहने वाले हैं। आरोपियों से दो गाड़ियां, एक लाख की नकदी, 15 गड्डी कागज के नोट व पुलिस की 2 ड्रेस बरामद हुई हैं। ये पुलिस ड्रेस का इस्तेमाल नकली पुलिस वाले बन कर लोगों को ठगने में करते थे।

चुरू के राजगढ़ थाना पुलिस ने इस मामले में हिसार के पिरांवाली वासी सतनाम भूपेंद्र, सिरसा के फरीदनगर वासी दीपक, फतेहाबाद जिले के कासिमपुर वासी रामसिंह, जांडली वासी नरेश, जींद जिले के सच्चा खेड़ा वासी अशोक को गिरफ्तार किया है। इनके खिलाफ धोखाधड़ी का केस भी दर्ज किया है।

इस तरह से करते हैं ठगी

पहले तो गिरोह के सदस्यों द्वारा ऐसे लोभी लोगों को टारगेट बनाया जाता था जो जल्द ही इनकी बातों में आ जाते थे। इन्हें ये ठग सुनसान जगह ले कर ठगी करते थे। कागजों की गड्‌डी के आगे-पीछे एक-एक असली नोट लगाकर दिखाते हैं। फिर उसे डबल करके देने का ड्रामा करते हैं। दूसरी गाड़ी में पुलिस वर्दी में उसी समय गैंग के दो-तीन अन्य सदस्य आते हैं। रेड होने की बात कहकर गैंग की पहली पार्टी से पीड़ित के असली रुपए लेकर भाग जाते हैं। पीड़ित व्यक्ति डर के मारे पुलिस तक नहीं आता।

पुलिस को दी गई शिकायत
मंगलवार को राजगढ़ थाना में झुंझुनूं के पिलानी वासी नरेंद्र ने रिपोर्ट दी कि उसके पास उसके दोस्त जयपुर निवासी मोहन यादव व मोहरसिंह यादव का फोन आया कि सिरसा निवासी दीपक, सतनाम व अशोक ने एक लाख के बदले तीन लाख रुपए देने का कहा है। वे तो जयपुर हैं। आप अगर चले जाओ तो पैसे लाकर दे दो। उसने मदद करने की बात कहते हुए जाने को हामी भर दी।

फिर नरेंद्र ने मोबाइल से कॉल किया तो फोन उठाने वाले ने अपना नाम सतनाम बताया। अपने साथियों के नाम रामसिंह, दीपक, अशोक, भूपेंद्र व अशोक बताए। उसनेर कहा कि उनकी बात मोहन यादव व मोहरसिंह से होती रहती है। उन्होंने आपको पैसे लेने के लिए बोला होगा। फिर सतनाम ने नरेंद्र को राजगढ़ आने के लिए कहा। वह पिलानी से अपने साथी विनोद चांदगोठी को साथ लेकर राजगढ़ आया।

शाम 7 बजे एक फोर्ड गाड़ी आई, जिसमें तीन व्यक्ति बैठे थे। गाड़ी में सवार लोगों ने अपना नाम दीपक, अशोक व भूपेंद्र सिंह बताया। उसने एक लाख रुपए निकालकर भूपेंद्र सिंह को दिया तथा मोहन का मंगाया पैसों का बैग मांगा। तभी एक दूसरी गाड़ी होंडा आई, जिसमें से उतरने वालों ने अपने नाम सतनाम, रामसिंह, नरेश बताया। नरेश ने एक तारा लगी पुलिस की वर्दी पहन रखी थी।

उन्होंने नरेंद्र और विनोद को धमकाया कि वे हरियाणा पुलिस से हैं और तुम नकली नोटों का काम करते हो। उक्त लोगों ने नकली नोट के नाम पर डरा-धमकाकर भगा दिया और वे दोनों से पैसों से भरा बैग लेकर फरार हो गए।

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