Rohtak Four Murder Case- रोहतक के विजय नगर में चौहरे हत्याकांड का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। पुलिस ने आरोपी बेटे अभिषेक को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने खुलासा किया कि आरोपी बेटे ने ही परिवार के चार लोगों की हत्या की है। पुलिस पूछताछ के दौरान आरोपी ने खुलासा किया कि वह पिछले कई दिनों से परिवार को खत्म करने की साजिश रच रहा था, इसके लिए उसने क्राइम सीरियल देखे थे, ताकि वह बच जाए और परिवार भी खत्म हो जाए। इस मामले में पुलिस ने एक अहम और बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी अभिषेक गे यानि समलैंगिक है और अपने दोस्त के साथ शादी करके विदेश भागना चाहता था, वह परिजनों से बार बार पांच लाख रुपये जेंडर चेंज करवाने के लिए मांग रहा था।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपी अभिषेक केबिन क्रू का कोर्स दिल्ली से कर रहा था। इस दौरान आरोपी अभिषेक अपना जेंडर बदलवाने की कोशिश कर रहा था। वह परिजनों से पांच लाख रुपये मांग रहा था। परिजनों ने होंडा सिटी कार, एप्पल का महंगा मोबाइल अभिषेक को दिया हुआ था। पुलिस जांच में सामने आया है कि प्रॉपर्टी को लेकर ऐसा कोई विवाद नहीं सामने आ रहा है।
प्रोपर्टी को लेकर अभिषेक ज्यादा चिंतिंत नहीं था, बल्कि वह अपने दोस्त के साथ रहना चाहता था, इसका परिजन विरोध कर रहे थे और जेंडर बदलवाने के लिए परिजनों को भनक लग चुकी थी। हत्याकांड से पहले भी अभिषेक दो दिनों तक अपने दोस्त के साथ होटल में रुका हुआ था। बताया जा रहा है कि अभिषेक के छाती पर एक युवक के नाम का टेटू भी बनवाया था, जब परिजनों ने देखा तो उसे डांट फटकार लगाई थी।

पुलिस जांच में सामने आया है कि करीब डेढ़ महीने पहले परिजनों ने मोनू को उसके दोस्त के साथ संबंध रखने पर लताड़ा था। यहां तक कि उसके पिता बबलू पहलवान ने उसे पीटा भी था। वे इकलौते बेटे की इन आदतों को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे थे। लेकिन मोनू परिवार की पिटाई के बाद आक्रोश में था। उसने एक माह पहले अपने सीने पर दोस्त के नाम का टैटू गुदवा लिया।
25 अगस्त को उसकी नानी भी समझाने के लिए घर आई थी। लेकिन मोनू सभी को भला बुरा कहते हुए घर से चला गया। वह 2 दिन शहर के एक होटल में अपने उत्तराखंड के दोस्त के साथ ठहरा रहा। हालांकि, परिजनों को उसने ये बात फोन पर बता दी थी। लेकिन, 27 अगस्त को वह सुबह 11:00 बजे घर आया और वारदात को अंजाम देकर वापस होटल में चला गया।
इससे पहले बुधवार को पुलिस ने आरोपी अभिषेक को लेकर क्राइम सीन दोहराया जिसके लिए पुलिस की टीम वारदात स्थल पर सुबह करीब साढ़े पांच बजे ही पहुंच गई थी। यहां पर करीब 45 मिनट तक वारदात के हर पहलू को बारीकी से समझा गया। अभिषेक ने पुलिस के सामने बताया कि सबसे पहले उसने गोली चलने की आवाज किसी को सुनाई ना दे इसके लिए घर में टीवी पर तेज आवाज में गाने चला दिये थे, जिसके बाद वह छत पर गया और वहां पर कमरे में बहन तमन्ना को गोली मारी।

बहन तमन्ना के कमरे का दरवाजा बंद नहीं था जिसके चलते नानी को आवाज सुनाई दी तो वह पहुंच गई। इस दौरान नानी ने कहा कि तूने नाश कर दिया। फिर अभिषेक ने नानी को गोली मारी, लेकिन बचने का अंदेशा हुआ तो दूसरी गोली भी मार दी। नानी रोशनी को गोली मारने की आवाज सुनने के बाद मां बबली भी कमरे में आ गई। बबली के हाथ में झाड़ू थी, शायद वहां झाड़ू निकाल रही थ, इसके बाद मां बबली को भी गोली मार दी और कमरे को लॉक करके नीचे के कमरे में अपने पिता के पास आ गया।
नीचे के कमरे में पिता प्रदीप अकेला था और फोन पर किसी से बातचीत कर रहा था, अभिषेक ने पिस्तौल को छुपाकर रखा और वह पास में बैठ गया, जैसे ही फोन कटा तो उसने अपने पिता के माथे में गोली मार दी। इस वारदात को अंजाम देने के बाद वह अपने दोस्त के पास होटल में पहुंच गया और वहां पर कुछ देर तक सोचता रहा कि परिवार के लोगों को इसके बारे में कैसे पता चले, इसके लिए मैं क्या करुं।

होटल से सीधा चाचा के घर पहुंचा और बताया कि घर पर कोई दरवाजा नहीं खोल रहा है, चाचा के बाद पड़ोस की एक दादी के पास पहुंचा, उससे पूछा कि मेरी मां आई थी क्या, उससे भी बताया कि घर का दरवाजा नहीं खोल रहे। इसके बाद आसपास के लोग एकत्रित हो गए तो सबके सामने घर के एक एक सदस्य को फोन किया । जब फोन नहीं उठे तो चाचा को कहां कि मैं उनके घर की छत पर सीढी लगाकर अपनी छत पर जाता हूं।
छत पर चढ़ा तो वहां करीब दो मिनट के लिए खड़ा रहा, उसके बाद शोर मचा दिया कि दरवाजे से बाहर तो खून आ रहा है। उसके बाद सभी लोग छत पर आ गए और पुलिस को बुला लिया। पुलिस के मुताबिक शुक्रवार को सांपला निवासी प्रवीण दी शिकायत में बताया था कि उसकी बड़ी बहन संतोष उर्फ बबली की करीब 21 वर्ष पहले प्रदीप उर्फ बबलू निवासी विजयनगर के साथ शादी हुई थी। उसका जीजा भी प्रॉपर्टी डीलर के तौर पर काम करता था। बहन का बेटा अभिषेक (20) व बेटी नेहा (19) है।
दोपहर करीब 2 बजकर 19 मिनट पर वह प्रॉपर्टी डीलर कार्यालय के बाहर बैठा था। तभी भांजे अभिषेक का फोन आया। उसने कहा कि बाहर से घर का दरवाजा बंद है। मम्मी व पापा फोन नहीं उठा रहे हैं। न ही दरवाजा खोल रहे हैं। प्रवीण ने अभिषेक को कहा कि पड़ोस से किसी को बुलाकर गेट खुलवा लीजिए, वह जल्दी आ रहा है। प्रवीण का कहना है कि जब वह मौके पर पहुंचा तो एक मंजिला मकान के बाहर भीड़ जमा थी। नीचे वाले कमरे में जीजा प्रदीप उर्फ बबलू का शव चारपाई पर पड़ा था।
सिर व मुंह से खून निकला हुआ था। साथ ही माथे पर गोली मारी गई थी। ऊपर गया तो कमरे में मां रोशनी देवी व बहन बबली का शव फर्श पर पड़ा था। काफी मात्रा में खून बहकर बाहर दरवाजे तक आया हुआ था। पता चला कि भांजी नेहा को आस पड़ोस के लोग पीजीआई ले गए हैं। प्रवीण ने पुलिस को बताया कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने रंजिश रखते हुए उसके जीजा प्रदीप, बहन बबली व मां रोशनी की हत्या की है। जबकि भानजी की हत्या प्रयास किया गया है। बाद में नेहा ने भी दम तोड़ दिया था।
रोहतक एसपी राहुल शर्मा ने कहा कि परिवार के चार सदस्यों की हत्या के आरोप में गिरफ्तार 20 वर्षीय अभिषेक को पांच दिन के रिमांड पर लिया गया है। वारदात में अभी परिवार के दूसरे सदस्यों व आरोपी के दोस्तों को क्लीनचिट नहीं दी गई है। पुलिस केस की गहराई में जाएगी। साथ ही केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की मांग की जाएगी।