रोजाना मिल रहे 600 मरीज फंगल इंफेक्शन के, 19 से 50 साल के लोगों में समस्या ज्यादा

रोहतक : कोरोना के खतरे के बीच फंगस के कई फॉर्मेट लोगों को डरा रहे थे। अब फंगस के बाद फंगल इंफेक्शन नया खतरा बनकर आया है। मॉनसून सीजन में फंगल इंफेक्शन के केस ने रफ्तार पकड़ ली है। इन दिनों हालात ऐसे हैं कि पीजीआई के स्किन विभाग की ओपीडी में रोजाना औसतन 600 और सिविल अस्पताल की ओपीडी में औसतन 200 मरीज फंगल इंफेक्शन की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं। ये केस पिछले मॉनसून सीजन के मुकाबले करीब 50 फीसदी ज्यादा हैं।

पीजीआई के स्किन विभाग में फंगल इंफेक्शन से पीड़ित एक शख्स। - Dainik Bhaskar

रोजाना 800 के करीब लोगों में उभर रहे ये खतरे के चकत्ते

स्किन विभाग की इन केस की स्टडी रिपोर्ट बताती है कि ये फंगल इंफेक्शन बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक में देखने को मिल रहा है। लेकिन 60 फीसदी केस वर्किंग ऐज ग्रुप यानी 19 से 50 साल के लोगों में इंफेक्शन की समस्या ज्यादा है। मरीजों के शरीर में लाल रंग के बड़े आकार के चकत्ते उभर रहे हैं। इन पर तेज खुजली होने से परेशानी ज्यादा बढ़ जाती है। डायबिटीज पीड़ित मरीजों को फंगल इंफेक्शन से खास तौर पर बचाव रखने की जरूरत है।

सिविल अस्पताल के वरिष्ठ स्किन रोग विशेषज्ञ डॉ. दिनेश मलिक ने बताया कि फंगल इंफेक्शन के इलाज में मरीज स्टेरॉयड मिली एंटी फंगल क्रीम यूज न करें। स्टेरॉयड मिली क्रीम लगाने से साइड इफेक्ट आने शुरू हो जाते हैं। लोगों को बारिश के सीजन में बचाव करने की जरूरत है।

इन केस से समझें कैसे फंगल इंफेक्शन ले रहा चपेट में…..

बारिश में भीगने से दोनों हाथों पर उभरे लाल रंग के चकत्ते
शहर के उत्तम विहार निवासी 35 वर्षीय महिला मरीज ने बताया कि वो एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करती हैं। 10 दिन पूर्व वो बारिश में भीग गई थी। उसके अगले दिन उनके दोनों हाथों की स्किन पर लाल रंग के चकत्ते उभर आए। तेज खुजली होने के साथ ही बैठना मुश्किल हो गया। पीजीआई की ओपीडी में जाकर फंगल टेस्ट कराया जिसमें फंगल इंफेक्शन की पुष्टि हुई। अब इलाज कराने के दौरान आंशिक राहत मिली है।

पहले छोटे दाने निकले, फिर हाथ, पैरों तक फैला इंफेक्शन
एक बीमा कंपनी में एजेंट के तौर पर जॉब करने वाले 28 वर्षीय कर्मचारी ने बताया कि वो अक्सर फील्ड पर रहते हैं। ऐसे में मानसून सीजन में हाेने वाली चिपचिपी गर्मी से उनके शरीर में पहले छोटे छोटे दाने निकल आए। समय पर ध्यान न देने पर हाथ और पैरों में लाल लाल चकत्ते उभरने लगे। इनमें तेज खुजली होने से परेशानी बढ़ गई। पीजीआई की ओपीडी में जाकर इलाज शुरू कराया। 15 दिन से चल रहे इलाज के बाद अब राहत मिली है।

इन लक्षणों से पहचानें

  • रैशेज होना
  • त्वचा में लाल रंग के पैचेस होना
  • स्किन में पपड़ी जमना या खाल उतरना
  • त्वचा में दरारें होना
  • स्किन का लाल होना

इस तरह बचाव करें

  • पसीना, नमी, गीलेपन से बचें
  • कॉटन के कपड़े पहनें
  • साफ सफाई का ध्यान रखें
  • बच्चों को साफ करते रहें
  • आउटडोर से आने के बाद नहाएं जरूर
  • धूप में जाने से बचें

माॅनसून सीजन में फंगल इंफेक्शन की स्टडी रिपोर्ट बताती है कि 60 फीसदी केस 19 साल से 50 साल की आयु वर्ग में ज्यादा है। ये इंफेक्शन शरीर में किसी भी स्थान पर हो सकती है। इस मौसम में ज्यादा एहतियात रखें।-डॉ. सुरभि दयाल, हेड, स्किन डिपार्टमेंट, पीजीआई।

 

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